
डिप्टी कलेक्टर बनकर बेटी ने दिया पिता को दिवाली का अनमोल तोहफा, पढ़िए CGPSC टॉपर आस्था की कहानी
राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के रिजल्ट शुक्रवार देर रात जारी कर दिए गए। जिसमें एक बार फिर बेटियों ने अपने सफलता का परचम लहराया है। सीजी पीएससी 2021 की टॉपर बनी राजनांदगांव की आस्था बोरकर ने दिवाली से पहले डिप्टी कलेक्टर बनकर अपने पिता को जीवन का अनमोल तोहफा दिया है। बेटी की सफलता से गदगद पिता इसे अपनी जीवन की सबसे बड़ी सफलता बता रहे हैं। राजनांदगांव की आस्था बोरकर ने पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में टॉप किया है।
एमएससी (M.Sc) के बाद शुरू की तैयारी
छत्तीसगढ़ राज्य पीएससी कि टॉपर कुमारी आस्था बोरकर पिता धु्रवराज बोरकर राजनांदगांव ममता नगर निवासरत है। पिता वरिष्ठ अभियंता के पद पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में कार्यरत हैं। माता सुशीला बोरकर गृहिणी है। आस्था की स्कूली शिक्षा श्री महावीर जैन विद्यालय दुर्ग और गुजराती राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजनांदगांव से हुई है। वहीं आस्था ने शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव से एमएससी भौतिक में एमएससी किया है।
पीएससी मेंस (CG PSC) के पहले हो गया था कोरोना
आस्था शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है। आस्था का पीएससी परीक्षा में प्रयास 2018 से जारी रहा, उनका यह तीसरा प्रयास है। 2019 की परीक्षा में सीईओ जनपद पंचायत पद के लिए चयन हुआ था। छत्तीसगढ़ राज्य पीएससी में टॉपर होने पर बौद्ध समाज सहित नगर में हर्ष व्याप्त है। आस्था ने बताया कि उनकी सफलता के पीछे सबसे बड़ा योगदान माता-पिता और मामा का है। सीजी पीएससी मेंस एग्जाम से पहले कोरेाना होने के कारण् लगभग दस दिन तक नकारात्मक ऊर्जा से घिरी रही लेकिन पिता ने हिम्मत दी तैयारी जारी रखने की आखिरकर जो सोचा था वो मुकाम हासिल कर लिया।
CG PSC टॉप 10 लिस्ट
1 आस्था बोरकर
2 आकाश कुमार शुक्ला
3 शिल्पा देवांगन
4 मिशा कोसले
5 आशुतोष कुमार देवांगन
6 नितिन तिवारी
7 अमिय श्रीवास्तव
8 पीयूष तिवारी
9 विकास कुमार चौधरी
10 अंशुल वर्मा
पिता का ऑपरेशन था, बेटी दे रही रही थीं इंटरव्यू
जांजगीर की शिल्पा देवांगन थर्ड टॉपर हैं। उनके पिता शंकर देवांगन का रिजल्ट आने के एक दिन पहले निधन हो गया। इंटरव्यू वाले दिन उनका ऑपरेशन था। शिल्पा कहती हैं, मेरे लिए वह दिन बहुत था। मैं सिर्फ इसलिए इंटरव्यू देने गई क्योंकि पिता का सपना था कि मैं डिप्टी कलेक्टर बनूं। मेरी सफलता में पति का पूरा सहयोग रहा। वे लेक्चरर हैं, उनका भी चयन पीएससी के लिए हुआ है। उन्हें 18वीं रैंक मिली है। यह सफलता हमारे लिए कई मायनों में खास है। लंबे संघर्ष के बाद हमें यह खुशी नसीब हुई है। मैं युवाओं से यही कहूंगी कि पीएससी एक ऐसा एग्जाम है जो आपके धैर्य की भी परीक्षा लेता है, बस आप अपना हंड्रेड परसेंट देकर ईमानदारी के साथ तैयारी में जुटे रहें सफलता जरूर मिलती है।
Published on:
30 Oct 2021 11:55 am
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