
एबीस कंपनी के कर्मचारियों ने प्रबंधन पर लगाया शोषण करने का आरोप
राजनांदगांव. शहर से 10 किमी दूर इंदामरा में इंडियन एग्रो एंड फूड इंडस्ट्रीज लिमिटेड में कार्यरत कर्मचारियों (ड्राइवर व हेल्पर) ने कंपनी के खिलाफ शोषण करने का आरोप लगाया है। पुलिस से मिलीभगत कर झूठे मामले में फंसाने की बात कहते हुए न्याय की गुहार लगाई है। कर्मचारियों ने शुक्रवार को प्रेसक्लब भवन में आयोजित पत्रवार्ता में बताया कि वे १५-२० सालों से वहां कार्यरत हैं इसके बाद भी उन्हें श्रम प्रावधानों के अनुसार सुविधा नहीं दी रही है। इससे वे मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं।
आईबी ग्रुप ट्रक मेटाडोर ड्राइवर एवं हेल्पर संघ के अध्यक्ष परमेश्वर दास खुटारे ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस के खौफ की वजह से उन्हें बाहर गाड़ी चलाने में दिक्कत आ रही। जगह-जगह गाड़ी को रोककर अवैध वसूली की जा रही है। कंपनी द्वारा इसका समाधान करने के बजाए काम करना है, तो करो वरना रिजाइन देकर चले जाओ कहा जा रहा है। इसके अलावा कर्मचारियों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवाकर फंसाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी द्वारा किसी भी श्रम प्रावधानों का पालन नहीं किया जा रहा है, जो कर्मचारी ३६ से ४० घंटे गाड़ी चलाकर सुबह १०-११ बजे वापस आते हैं, उसी दिन २ बजे फिर से गाड़ी नहीं ले जाने से उनका अपसेंट लगाकर वेतन काट दिया जाता है। इस दबाव के कारण चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। जबकि मोटर परिवहन कर्मकार अधिनियम १९६१ के अनुसार प्रतिदिन ८ घंटे व सप्ताह में ४८ घंटे से अधिक ड्यूटी नहीं कराई जा सकती फिर भी कर्मचारियों से काम कराया जा रहा उसका ओवर टाइम भी नहीं दिया जा रहा।
राष्ट्रीय त्योहार में छुट्टी और ईएलसीएल भी नहीं दिया जा रहा है। इसी दबाव के चलते कंपनी के कर्मचारी मोतीपुर निवासी घनश्याम साहू की ७ नवंबर को दुर्घटना में मृत्यु हुई है। इसकी शिकायत करने पर लालबाग पुलिस से मिलभगत करके झूठा मामला बनवाया गया।
प्रेसवार्ता में छग मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष व ड्राइवर, हेल्पर संघ के सचिव भीमराव बागड़े, परमेश्वर खुटारे, सचिव सोनवानी, शाजिद खान, अब्दुल एजाज खान, तुलसी देवदास, पुनाराम साहू सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
Published on:
21 Feb 2020 08:46 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनंदगांव
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
