ट्रांसपोर्टर भी अपने कामों को घर पर बैठकर निपटा रहे हैं, वे ट्रक कहां आया-गया उसका लेखा-जोखा घर बैठे ले रहे हैं। उनके साथ जुड़े अन्य कर्मचारी भी घर पर रहकर काम कर रहे हैं। इससे उनका ऑफिस खर्च बच रहा है। कई कंपनियां भी ऑनलाइन डिमांड के हिसाब से छोटे व्यापारी व दुकानदारों को माल सप्लाई कर रही है। इससे बाजार में लोगों की भीड़ भी कम हुई है। कार्यालयों में सोशल डिस्टेसिंग का पालन आसानी से हो पा रहा है।
सामंजस्य बिठाकर निपटाया जा रहा काम ज्यादातर विभागों 70 फीसदी से अधिक कामकाज कंप्यूटर के माध्यम से होते हैं, ये कर्मचारी कार्यालय में आते हैं, तो कंप्यूटर या लैपटॉप के माध्यम से ही काम करेंगे। इन कर्मचारियों को घर से काम निपटाने में कहीं कोई परेशानी नहीं आ रही। भले ही घर पर रहकर काम करने में थोड़ी परेशानी जरूर आ रही है, क्योंकि इन दिनों लॉकडाउन होने के कारण घर-परिवार सभी घर पर ही रह रहे हैं। इसमें सामंजस्य बिठाकर काम निपटाया जा रहा है।
बेहतर विकल्प के रूप में हुआ विकसित चूंकि शासकीय कार्यालयों में लॉकडाउन के कारण सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना जरूरी है। ऐसे में कर्मचारियों को घर से काम कराना एक बेहतर विकल्प के रूप में विकसित हो चला है। अधिकारी योजनाओं की घर से मॉनिटरिंग कर पा रहे हैं, तो कर्मचारी भी अपने घर पर ही ई-कार्यालय डेवलप कर कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं। इससे आफिस खर्चे में कमी आई है।