
डोंगरगढ़ मंदिर में बड़ा हादसा: रोपवे की ट्रॉली टूटकर पहाड़ में गिरी, सवार मजदूर की मौके पर मौत
राजनांदगांव/डोंगरगढ़. मां बमलेश्वरी की नगरी डोंगरगढ़ में बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति द्वारा संचालित रोपवे में बुधवार को दुर्भाग्यजनक घटना घट गई। शाम 7.30 बजे ऊपर से नीचे आ रही रोपवे की ट्राली नंबर 4 टॉवर से टकराकर घूमती रही और फिर टूटकर नीचे गिर गई। इस हादसे में ट्राली में सवार मजदूर गोपी पिता सुखीराम गोड़ 39 साल की मौके पर ही मौत हो गई।मृतक ग्राम हिरनसिंगी का निवासी है, उसके 2 पुत्र 5 साल व दूसरा डेढ़ साल का है। मजदूर की मौत की घटना के बाद ट्रस्ट समिति ने पल्ला झाड़ लिया।
मामला कुछ इस प्रकार है कि शाम 6 बजे यात्री रोपवे बंद करने के बाद सामान ले जाने का काम प्रारंभ किया गया। नीचे से रोपवे की मालवाहक ट्राली में लगभग 7 क्विंटल सरिया लोड किया गया। ऊपर से मंदिर का कर्मचारी गोपी खाली ट्राली में आ रहा था। ट्राली रोप में चलते ही झूलने गली, क्योंकि वापस आने वाली ट्राली में लोड नहीं था। टावर के पास आते ही ट्राली उससे टकराई और घूमने लगी। थोड़ी देर तक घूमने के बाद आखिरकार ट्राली टूटकर नीचे गिर गई और गोपी की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।
डॉक्टरों ने घोषित किया मृत
मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों ने घटना की जानकारी लगते ही टॉर्च लेकर पहाड़ी पर रात्रि में ही बचते-बचाते दौड़ लगाई और घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक गोपी को लादकर नीचे लेकर आए, उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुविभागीय अधिकारी अविनाश भोई ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट से प्राप्त जानकारी अनुसार मालवाहक रोपवे में नीचे से ऊपर सरिया ले जाया जा रहा था। ऊपर से नीचे खाली ट्राली आ रही थी, ट्राली में जो व्यक्ति बैठा था, उसकी गिरने की सूचना है। ट्राली किस तरह गिरी इसकी जांच की जा रही है।
जानिए किसने क्या कहा
एलेग्जेंडर कीरो, निरीक्षक पुलिस थाना डोंगरगढ़ ने बताया कि ऊपर एक ट्राली में सीमेंट अनलोड हो चुका था। खाली ट्राली में मजदूर बैठकर आ रहा था। नीचे से सरिया भरकर ट्राली जा रही थी। तभी हादसा हुआ पोस्टमार्टम कराने के बाद धाराएं लगाई जाएंगी। नवनीत तिवारी, मंत्री बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति डोंगरगढ़ ने बताया कि ट्राली वापस खाली आ रही थी। मृत हुए कर्मचारी का नाम गोपीराम है, उसे अस्पताल में ले जाया गया। बिना अधिकृत जानकारी के मैं कोई बयान नहीं दे सकता।
पत्रकारों के सवाल पर भड़के ट्रस्टी
घटना की सूचना मिलत ही सात ट्रस्टी भी घटना स्थल पहुंच गए और पल-पल की जानकारी लेते रहे। इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पूछा तो वे भडक़ गए और अनाप-शनाप आरोप लगाने लगे की ट्रस्ट का संचालन ट्रस्ट के आठ मालिक कर रहे हैं। आप उन्हीं से पूछिए वे न तो ट्रस्ट की बैठक करते हैं और न ही रोपवे संचालन के लिए कोई प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। न टिकट न टाईमिंग न शुल्क और न किसी को सूचना सब मनमर्जी के कर रहे हंै।
Published on:
18 Feb 2021 11:28 am
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