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कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस साल 64 हजार 600 हेक्टेयर में दलहन तिलहन की बोनी का लक्ष्य है। जिसमें अब तक 50 हजार 386 हेक्टर में बोनी हो चुकी है। 6 हजार हेक्टेयर में सब्जी का उत्पादन किया जा रहा है। बेमौसम बारिश से सबसे अधिक नुकसान सब्जियों व दलहन तिलहन के फसलों को हुई है।
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गेहूं की फसल के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित होगी। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में करीब 30 हजार हेक्टेयर में चना बोया जा रहा है। वहीं मटर 200 हेक्टेयर, मसूर 3630 हेक्टेयर,मूंग 30 हेक्टेयर, उड़द 350 हेक्टेयर, तिवड़ा 31390 हेक्टेयर, सरसो 350 हेक्टेयरतिल 10 हेक्टेयर,गेंहू 30440 हेक्टेयर में बोया गया है। बेमौसम बारिश से इन फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
टमाटर व हरी सब्जियों को अधिक नुकसान
उद्यानिकी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में करीब 6 हजार हेक्टेयर में सब्जी व फलों की खेती हो रही है। बेमौसम बारिश से टमाटर, पत्ते वाली सब्जियां पालक, धनिया, चौलाई भाजी, लालभाजी मिर्च, बैगन, फलो ंमें केला व पपीता को काफी नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि फल लगे केला व पपीता के पेड़ गिर गए हैं। वहीं सबसे अधिक नुकसान टमाटर को हुई है।