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आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिलाकर हर महीने बेचते थे लोगों को, ड्रग विभाग ने जांचा सैंपल तो उड़ गए होश

locationराजनंदगांवPublished: Oct 21, 2019 04:29:57 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

आयुर्वेदिक चुर्ण में एलोपैथिक दवाई मिला कर लोगों को बेच धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। ड्रग विभाग की टीम ने दबिश देकर धोखाधड़ी करने वाले हरियाणा निवासी दो लोगों को रंगे हाथों पकड़ा है। (Rajnandgaon news)

आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिलाकर हर महीने बेचते थे लोगों को, ड्रग विभाग ने जांचा सैंपल तो उड़ गए होश

आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिलाकर हर महीने बेचते थे लोगों को, ड्रग विभाग ने जांचा सैंपल तो उड़ गए होश

राजनांदगांव. आयुर्वेदिक (Ayurveda) चुर्ण में एलोपैथिक (Allopathic medicine) दवाई मिला कर लोगों को बेच धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। ड्रग विभाग की टीम ने दबिश देकर धोखाधड़ी करने वाले हरियाणा निवासी दो लोगों को रंगे हाथों पकड़ा है। दोनों के खिलाफ ड्रग विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। वहीं पुलिस में भी दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने आवेदन दिया गया है।
ड्रग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चिचोला में झुरा नदी के पास मंदिर परिसर में हरियाणा निवासी दो लोगों के द्वारा हर माह दो दिन यहां पहुंच कर मिलावटी आयुर्वेदिक दवाई बेचने की शिकायत सामने आई थी। शिकायत पर ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर व टीम द्वारा चिचोला में दबिश दी गई। इस दौरान हरियाणा के करनाल निवासी जितेन्द्र सिंह और अंकित राणा द्वारा लोगों को आयुर्वेदिक दवाई बेची जा रही थी।
ड्रग इंस्पेक्टर ने दी दबिश
ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर ने बताया कि चिचोला में दबिश देकर आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिला कर बेचते हुए हरियाणा के दो लोगों को पकड़ा गया है। मिलावटी दवाई सेवन से किडनी, लीवर व अन्य बीमारी का खतरा है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने पुलिस में आवेदन किया गया है।
हर महीने आते थे दवाई बेचने
ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर ने बताया कि जितेन्द्र सिंह और अंकित द्वारा बेचे जा रहे आयुर्वेदिक दवाई की जांच की गई। जांच में आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिला कर बेचने का खुलासा हुआ। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी हरमाह 6 व 20 तारीख को चिचोला पहुंचते और मिलावटी दवाई बेच कर लोगों से ठगी करते आ रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर झाड़ेकर ने बताया कि 6 अक्टूबर को मौके पर पहुंच कर बेचे जा रहे दवाइयों का सैंपल लिया गया था। 20 अक्टूबर को दोनों को चिचोला में दवाई बेचते पकड़ा गया है।
मिलावटी दवा से किडनी और लीवर को खतरा
दोनों आरोपी द्वारा हर माह दो दिन दुकान लगाकर शुगर, बीपी, लकवा सहित अन्य बीमारियों का आयुर्वेदिक दवाई बेचने के नाम पर मिलावटी दवाई लोगों को खपाया जा रहा था। हर माह आरोपियों 300 से 400 लोगों को लाखों रुपए का दवाई बेच कर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। मिलावटी दवाई सेवन से लोगों में किडनी व लीवर सहित अन्य बीमारी होने का खतरा है। फिलहाल ड्रग विभाग द्वारा दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। वहीं पुलिस में भी दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने आवेदन किया गया है।
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