
हेराफेरी... ग्राम धोधा में मृतक के नाम शौचालय के लिए निकाली गई राशि।
राजनांदगांव/गंडई पंडरिया. नगर के नजदीकी ग्राम पंचायत धोधा में लगातार विवादों भरा रहा है। पहले खाद गोदाम बनाने के नाम पर हरे-भरे विकसित पीपल के दो पेड़ काटने का मामला जिस पर राजस्व विभाग द्वारा कार्रवाई भी किया गया था। जिसके बाद शौचालय की राशि हितग्राहियों को आधे ही देने का मामला सामने आया था। जिसकी पेशी आज भी गंडई के एसडीएम आफिस में चल ही रहा है। अब उक्त पंचायत में मृतकों के नाम पर कागजों में शौचालय निर्माण किया जाना और उन पैसों को निकाल कर हितग्राही के परिवार को न दिए जाने का मामला सामने आया है।
16 प्रकरणों पर हुए पुन: जांच
अभी बीते दिन छुईखदान जनपद पंचायत से सब इंजीनियर शशिकांत वर्मा एवं स्वच्छ भारत मिशन के ब्लाक समन्वयक नंदकिशोर साहू दोनों संयुक्त रूप से ग्राम पंचायत धोधा गए थे, जहां पर उन्होंने लोगों से पूछताछ करते हुए 16 प्रकरणों पर पुन: जांच किया है। उक्त प्रकरण सामाजिक अंकेक्षण वालों द्वारा बनाया गया था और उनके प्रकरण में 16 शौचालय में फर्जीवाड़ा पाया गया था। हालांकि जांच करने वाले अधिकारियों का कहना है कि पुराने फाइल और अभी जांच किए प्रकरण को मिलाकर देखना पड़ेगा तभी मामले की सही स्थिति का पता चल पाएगा। जांच के बाद अब देखना ये होगा कि क्या मृतकों के नाम पर शौचालय बनाया जाना पूर्णता सही है और इस मामले पर क्या कार्रवाई किया जाता है।
इन मृतकों के नाम पर किया गया हेराफेरी
ग्राम पंचायत धोधा में अधिकांश हितग्राहियों को शौचालय का आधा पैसा ही भुगतान करने का मामला चल रहा है परंतु अभी पुष्ठ सूत्रों से मिल रहे जानकारी अनुसार 3 ऐसे भी हितग्राही है जो बहुत पहले ही मृत हो चुके है और उन हितग्राहियों के नाम से कागज में शौचालय बनाकर राशि निकाले जाने का मामला सामने आया है। चुम्मन जंघेल की मृत्यु 8 सितंबर 2013 में हो चुका है, मृतक की पत्नी रेवा बाई ने बताया कि मेरे घर में कोई शौचालय नही बना है और ना ही मुझे शौचालय का पैसा दिया गया। दूसरा कुन्दे यादव की मृत्यु 9 जनवरी 2016 को हो गया है। उसकी पत्नी सुखबाई बताती है कि मेरे घर में कोई शौचालय नही बना है न ही मुझे इसका पैसा मिल है। तीसरा लतमार वर्मा की मृत्यु 8 दिसंबर 2017 में हो गया है। इसकी पत्नी का कहना है कि आज तक
क्या कहते हैं अधिकारी
मेरे घर में शौचालय नही बना है ना ही मुझे पैसा मिला है। यही वजह है कि मैं आज भी शौच के लिए बाहर जाती हूं।
सीईओ, एसके ओझा ने कहा कि जांच किया गया है प्रकरण बनाकर जब मुझे मिलेगा तभी इस मामले पर कुछ कह पाऊंगा।
सब इंजीनियर जपं छुईखदान, शशिकांत वर्मा का कहना है कि 16 लोगो का जांच किये है पुराने फाइल से मिलाने के बाद ही सही बात सामने आएगा।
सचिव ग्राम पंचायत धोधा, मनहर सेन ने कहा कि उनके परिवार को शौचालय का सामान दिया गया है, सरपंच ने बताया है।
Published on:
12 Mar 2019 05:03 am
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