
हार्डवेयर दुकान में आग लगी, लाखों का सामान खाक, नपं के पास इमरजेंसी से निपटने तैयारी नहीं
डोंगरगांव। CG News: नगर में मंगलवार की रात हुई भीषण आगजनी की घटना से पूरा शहर स्तब्ध है। समय पर समुचित व्यवस्था नहीं मिल पाने को लेकर नगर की जनता स्थानीय प्रशासन को जमकर कोस रही है। अक्सर यह देखा जाता है कि बड़े त्योहार को लेकर प्रशासन बिल्कुल भी अलर्ट मोड पर नहीं रहता जिसका खामियाजा नगरवासियों को भुगतना पड़ता है। शहर के सबसे व्यस्ततम इलाके में स्थित बुरहानी हार्डवेयर में रात्रि 9.45 बजे आग लग गई और यह धीरे-धीरे प्रचंड हो चली। पूरे दुकान को अपनी चपेट में ले लिया जिसमें लाखों का सामान जलकर राख हो गया। इतना ही नहीं जिस दुकान में यह आग भड़क रही थी उसे आग ने आसपास की दुकानों को भी प्रभावित किया है।
वहीं लोगों की माने तो आग दुकान के पीछे साइड से लगी और ऑयल, पेंट, थिनर जैसे ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण यह भभकती चली गई। आग लगने के कुछ देर के बाद ही आसपास के लोगों ने नगर पंचायत डोंगरगांव में खड़ी फायर ब्रिगेड को बुलवाने और आग बुझाने के लिए टीम की मांग की थी लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच पाई थी जिसके कारण पूरा दुकान आग लपटों में धधक रहा था।
तकनीकी जानकार ही नहीं
शहर के कुछ लोग घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड लेकर पहुंचे तो जरूर लेकिन वह कोई काम नहीं आया क्योंकि उसे फायरब्रिगेड वाहन में ना तो कोई टेक्निकल टीम थी और ना ही कोई ऑपरेटर था। नगर वासियों की मदद से कुछ देर के लिए जैसे-तैसे चालू किया गया लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। इसके बाद डोंगरगढ़, चौकी, एक निजी कंपनी और राजनांदगांव की फायर ब्रिगेड वाहन वहां पहुंची और आग पर काबू पाने रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया। इस दौरान पूरा शहर घटना स्थल पर मौजूद था और जिस जगह पर आग लगी थी उसके चारों ओर घनी बस्ती है जिसे लेकर सभी चिंतित थे।
जरूरी संसाधनों की व्यवस्था नहीं कर पा रहे
स्थानीय प्रशासन सहित नगर पंचायत के पास विभिन्न प्रकार के फंड आते रहते हैं। इसके साथ शासकीय विभागों में आय के स्रोत की जानकारी जनता को मालूम है। इधर शहर के सौंदर्यीकरण से लेकर विभिन्न कामकाज के लिए फंड की आपूर्ति की जाती है लेकिन आपातकाल परिस्थितियों को टालने और आपदा संबंधित घटनाओं से निपटने के लिए न तो स्थानीय प्रशासन के पास कोई योजना है और न ही संसाधन।
इसके अलावा नगर पंचायत में भी ले देकर फायर ब्रिगेड वहां तो लाया गया लेकिन न तो उसमें सही ऑपरेटर हैं और न ही कोई टेक्निकल टीम है, जिसके चलते विपरीत परिस्थितियों से भी निपटने में नाकाम हैं। बता दें कि अगर पानी जैसी आपदाओं से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन पूर्णतय: नाकाम रहती है। इसके लिए पूरे प्रदेश में अनुभाग स्तर पर टेक्निकल टीम बनाकर उन्हें प्रशिक्षित किया जाना चाहिए और अग्निशमन तथा आपदा राहत से संबंधित सभी उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाना चाहिए ताकि समय रहते बड़ी घटनाओं को डाला जा सके।
Published on:
16 Nov 2023 01:14 pm
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