
Opposition to increase in fees and uniform changes in private schools
राजनांदगांव. कुपोषण को दूर करने के लिए लोगों की मानसिकता बदलने की जरूरत है। यह सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए अभियान चलाकर प्रयास किया जाना चाहिए। जिसमें पारिवारिक सम्मेलन, पालक बैठक, सामुदायिक रूप से सरपंच-सचिव चौपाल लगाकर लोगों को इसके बारे में बताएं ताकि कुपोषण की गंभीरता के बारे में लोग जागरूक हों और इसे दूर करने के लिए प्रेरित हों। कलक्टर जयप्रकाश मौर्य ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों और पर्यवेक्षकों की बैठक लेकर बच्चों और महिलाओं के हित में आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन निर्धारित समयानुसार और बेहतरीन ढग़ से करने के निर्देश दिए है। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी रेणु प्रकाश सहित परियोजना अधिकारी और सेक्टर सुपरवाईजर उपस्थित थे।
मौर्य ने कहा कि कुपोषण का सबसे बड़ा कारण समुदाय की सोच और उनकी अंधविश्वासी और रूढि़वादी मानसिकता है। इसको बदल कर ही कुपोषण को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों के मानसिक बदलाव के लिए परिवार सम्मेलन, पालक बैठक तथा गांवों में सरपंच-सचिव के साथ चौपाल लगाया जाए। इस चौपाल में कुपोषण से संबंधित वीडियो, सफलता की कहानी और ऐसे ही दृश्य दिखाया जाए जिससे गांव के लोग जागरूक हो सकें। मौर्य ने कहा कि 0 से 3 वर्ष और आंगनबाड़ी में आने वाले बच्चों में कुपोषण तथा गर्भवती माताओंं में एनीमिया प्रमुख समस्या है।
हर कार्यकर्ता एक लीडर होता है
मौर्य ने कहा कि हर कार्यकर्ता एक लीडर है और बदलाव हमेशा लीडर द्वारा ही लाया जा सकता है, तभी समाज में रूढि़वाद दूर होगा। बैठक में सभी विकासखंडों के सुपरवाईजरों ने कार्य के दौरान होने वाली कठिनाईयों को बताया और पिछले 5-6 महीने में किए गए कार्यों की जानकारी भी दी। इस संबंध में मौर्य ने कार्य के दौरान होने वाली समस्या को दूर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए।
Published on:
26 Feb 2020 10:17 am
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