ग्राम उपरवाह के आसपास ग्रामों में सैकड़ों पेड़ों पर लगे है फल
राजनांदगांव / उपरवाह. वर्ष के माह मई-जून में जब भीषण गर्मी की तपिश से इंसानों के साथ-साथ पेड़ पौधे भी झुलसने लगती है। इन दिनों में ताड़ खजूर के ऊंची-ऊंची पेड़ों में सैकड़ों की संख्या में छोटे-छोटे पीले फलों की गुच्छे चिडिय़ों के साथ- साथ लोगों को भी आकर्षित करती है। इनके मीठे फलों को सभी चाव से खाते हैं। खजूर के पेड़ उपरवाह क्षेत्र के तिलई, डुमरडीहखुर्द, खैरझिटी, बघेरा, परसबोड, पचपेड़ी सहित आसपास के गांव में बहुतायत में है। हालांकि इस क्षेत्र में अधिकृत रूप से इसकी खेती नहीं हो रही है।
खजूर एक ताड़ प्रजाति का वृक्ष है
खजूर एक तरह का मेवा होता है। इसमें आयरन, मिनरल्स, कैल्शियम, एमिनो एसिड, फास्फोरस और विटामिंस भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये सेहत के साथ त्वचा और बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। ग्लूकोस और फ्रक्टोज का खजाना खजूर मधुमेह में सहायक होने के साथ ही इम्यून पॉवर को भी बढ़ाता है। इसके अलावा खून की कमी को दूर करता है। खजूर में कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर की मात्रा होती है। इसके सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है एवं कब्ज दूर करने में सहायक है।