ग्रामीणों के अनुसार पुल की ऊंचाई अधिक होनी थी, लेकिन अफसरों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और जल्दबाजी में निर्माण पूरा कर खानापूर्ति कर दिए। वहीं अब खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण कुछ ग्रामीण तो रिस्क लेकर ट्यूब का सहारा लेकर नाला पार कर रहे थे। वहीं वहीं कई ग्रामीण हाइवे होते ही लगभग 15 किलोमीटर का सफर तय करते हुए ग्राम पंचायत पहुंचते हैं।