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पहली बार आजादी के जश्न में शामिल होंगे 44 आत्मसमर्पित नक्सली, पुलिस की वर्दी पहन तिरंगे को देंगे सलामी

Independence Day 2021 : वर्दी का रंग बदल गया और उद्देश्य भी बदल गया... अब लाल गलियारे से मुख्यधारा में लौट चुके आत्मसमर्पित माओवादी भी देश की आजादी के जश्न में शामिल होंगे।

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पहली बार आजादी के जश्न में शामिल होंगे 44 आत्मसमर्पित नक्सली, पुलिस की वर्दी पहन तिरंगे को देंगे सलामी

पहली बार आजादी के जश्न में शामिल होंगे 44 आत्मसमर्पित नक्सली, पुलिस की वर्दी पहन तिरंगे को देंगे सलामी

राजनांदगांव. वर्दी का रंग बदल गया और उद्देश्य भी बदल गया... अब लाल गलियारे से मुख्यधारा में लौट चुके आत्मसमर्पित माओवादी भी देश की आजादी के जश्न में शामिल होंगे। राज्यभर के 44 आत्मसमर्पित माओवादी इस समय यहां पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (पीटीएस) में पुलिस प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस स्वतंत्रता दिवस वे भी परेड में शामिल होंगे और राष्ट्रध्वज को सलामी देंगे। इसके साथ ही नक्सल पीडि़त और सहायक आरक्षक भी परेड में शामिल होंगे।

आत्मसमर्पित नक्सली करेंगे परेड
राजनांदगांव जिले में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह के परेड में मुख्यधारा में लौट चुके पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली भी शामिल होंगे। नक्सल विचारधारा को अपनाकर भटक कर वर्षों तक नक्सल संगठन का हिस्सा रहे कई माओवादियों ने शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण की राह अपनाई है और समाज की मुख्यधारा में लौट आए हैं।

शासन की योजना के तहत इन पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को इन दिनों राजनांदगांव के पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में आरक्षक बनने बुनियादी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के उपरांत दीक्षांत समारोह में इन्हें आरक्षक का पद दिया जाएगा और ये राज्य के अलग-अलग हिस्सों में तैनात होंगे।

कर रहे परेड रिहर्सल
राजनांदगांव सहित अलग-अलग जिलों से आए लगभग 44 आत्मसमर्पित नक्सली और नक्सल पीडि़त 15 अगस्त को राजनांदगांव शहर में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता की परेड में शामिल होंगे। स्वतंत्रता दिवस परेड के रिहर्सल में वे हिस्सा ले रहे हैं।

दिया जा रहा पुलिस प्रशिक्षण
राजनांदगांव नक्सल ऑपरेशन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढा़ई का कहना है कि शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने वाले पूर्व माओवादियों को योजना के तहत पुलिस की ट्रेनिंग दी जा रही है, जो आगामी स्वतंत्रता दिवस के परेड का हिस्सा भी होंगे।

जागृत होगी देशभक्ति की भावना
स्वतंत्रता दिवस की परेड में पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को शामिल किया गया है, जिससे उनके भीतर देशभक्ति की भावना जागृत होगी। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में आरक्षक बनने का प्रशिक्षण ले रहे पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली भी उत्साह के साथ परेड के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसके बाद वे स्वतंत्रता की परेड में शामिल होकर देश की आन-बान और शान के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देंगे और मातृभूमि पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर सपूतों को नमन करेंगे।