20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गांव में घुसने लगा था पानी, आधी रात प्रशासन ने खोला बैराज का गेट

उम्मीद से ज्यादा पानी आया

2 min read
Google source verification
system

गांव में घुसने लगा था पानी, आधी रात प्रशासन ने खोला बैराज का गेट

राजनांदगांव / खैरागढ़. मानसून की पहली बारिश में ही वनाचंल क्षेत्र में बन कर तैयार हुई प्रधानपाट बैराज में उम्मीद से ज्यादा पानी आने के कारण गेट खोलने की नौबत आ गई। बैराज में पानी भरने से पानी गांव मे पहुँचने लगा था। आनन-फानन में इसकी सूचना विभाग सहित प्रशासन को दी गई। जिसके बाद आधी रात को बैराज के गेट खोल दिए गए।

पानी ज्यादा आने से पहली बारिश में ही इलाके की प्रमुख नदी आमनेर पानी से लबालब हो गई। हालांकि ऐसा पहली बार हुआ कि वनाचंल सीमा मे पहली बारिश में ही आमनेर में पानी लबालब हुआ। लेकिन नदी में बहुप्रतीक्षित प्रधानपाट बैराज बनने के बाद भी पानी की जोरदार आवक से प्रशासन सहित लोगों के कान खड़े हो गए। बैराज बनने के बाद फिलहाल नदी में पानी का ऐसा बहाव होने की उम्मीद नहीं थी।

मिली जानकारी मुताबिक लक्षणा गांव को बैराज के डुबान में आने के चलते पूरे गांव को नई जगह पर शिफ्ट कराया जा रहा है। छह माह से जारी कवायद के बाद भी ग्रामीण पुरानी जगह को नहीं छोड़ पाए है। ऐसे में बैराज में अगर 30 फीट पानी का भी भराव होगा तो पानी गांव मे घुस जाएगा। जिसके कारण भी सुरक्षा के चलते गेट खोल दिए गए। शुक्रवार को आए तेज बहाव पानी की सूचना एसडीएम सीपी बघेल सहित आला अधिकारियो को दी गई। एसडीएम बघेल लक्षणा से पल पल की जानकारी जूटाते रहे। आधी रात इसकी जानकारी जिला प्रशासन को भी दी गई।

सुरक्षा के लिए खोला गए गेट
प्रधानपाठ बैराज तैयार होने के बाद पहली बारिश में ही आधे से ज्यादा पानी का भराव होने के कारण शुक्रवार शनिवार की रात बैराज के गेट खोल दिए गए। बताया गया कि लक्षणा गांव के नजदीक बने इस बैराज मे पहले से ही लगभग 7 फीट पानी था। शुक्रवार-शनिवार को मप्र सीमा के जंगलों में हुई भारी बारिश के चलते दो घंटे में ही बैराज में लगभग 25 फीट पानी भर गया। आनन फानन में इसकी सूचना जल संसाधन विभाग को दी गई जिसके बाद त्वरित रूप से बैराज के गेट खोल दिए गए। जिसके कारण शनिवार को शहर आते तक आमनेर में लबालब पानी दिखने लगा।

पहली बारिश मे आया पानी
आमनेर नदी में आमतौर पर पहली बारिश में पानी नहीं आता बताया गया कि वनाचंल में प्री मानसून बारिश के दौरान जमकर बरसे बादलों के चलते पूरा पानी आमनेर में आया। लांजी बालाघाट सीमा में पहाड़ी इलाके में हुई बारिश का पूरा पानी आमनेर नदी में ही आता है लेकिन पहली बारिश में ही सूखी नदी लबालब हो जाएगी ऐसी उम्मीद नहीं थी। इस बार पहली बारिश में ही आमनेर में पानी लबालब है। प्रधानपाट बैराज को फिलहाल खोले रखने के ही निर्देश दिए गए है।

अभी रोकने की जरूरत नही
एसडीओ जलसंसाधन विभाग खैरागढ़ एसएन शर्मा ने कहा कि आमनेर में बारिश के दौरान आए पानी को बैराज में फिलहाल रोकने की जरूरत न ही है। बारिश के दौरान किसी प्रकार की अतिरिक्त बारिश या पानी होने पर ही व्यवस्था बनाई जाएगी। बैराज में 15 अगस्त के बाद ही पानी स्टोर किया जाएगा ताकि इलाके में सिंचाई व्यवस्था पूरी हो सके। बस्ती में सुरक्षा के दृष्टिकोण से ही बैराज के गेट शुक्रवार की रात खोले गए। पहली बारिश में बैराज मे आधे से ज्यादा पानी स्टोर हो गया था।