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राजस्थान के इस हाईवे पर हुआ हादसा, प्रदर्शन से लगी लम्बी-लम्बी लाइनें

गलत साइड से आते डंपर ने बाइक को मारी टक्कर एक की मौत दूसरा घायल ग्रामीणों ने थाने बाहर राजमार्ग पर प्रदर्शन किया, मुआजना तय होने के बाद बनी सहमति

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केलवा. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 के केलवा ब्रिज पर बुधवार देर रात गलत दिशा में आ रहे एक डंपर ने एक मोटर साइकिल को चपेट में ले लिया। हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले को लेकर गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने राजमार्ग पर प्रदर्शन किया और रास्ता जाम करने का प्रयास किया। लेकिन, पुलिस ने समाझाइस कर ऐसा करने से रोका। बाद में मुआवजे को लेकर सहमति बनने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन को समाप्त कर दिया।

जाम लगाकर किया प्रदर्शन

थानाधिकारी ओमसिंह ने बताया कि हादसे में थाना क्षेत्र के गांव आरवाडा निवासी नारायण लाल (23) पुत्र भगवान लाल कुमावत की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, भैरूलाल (24) पुत्र नारायण लाल कुमावत को गंभीर रूप से घायल होने पर राजसमंद चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। बताया कि बाइक सवार चालक राजनगर से केलवा चौपाटी की तरफ आ रहे थे तभी थाने से कुछ ही दूरी पर सर्विस रोड पर गलत साइड में आ रहे डंपर ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद चालक डंपर छोडकऱ फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने डंपर को जब्त कर थाने पर खड़ा करवाया। साथ ही मृतक के शव को राजकीय आरके जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया।

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जनप्रतिनिधि भी पहुंचे, पुलिस ने की समझाइश

इधर, हादसे की जानकारी लगने पर गुरुवार सुबह परिजनों के साथ ही ग्रामीण व भाजपा जिलाध्यक्ष मानसिंह बाहरठ, राजसमंद प्रधान अरविंद सिंह, पूर्व उपप्रधान दिनेश बडाला के साथ केलवा चौपाटी पर पहुंच गए और मामले को लेकर विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीण फोरलेन कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर अड़ गए। लेकिन, फोरलेन कंपनी के अधिकारियों के नहीं आने पर ग्रामीणों ने केलवा थाने का धरना दिया और थाने के सामने से गुजर रहे राजमार्ग को जाम करने का प्रयास किया तो पुलिस ने ग्रामीणों की समझाइश करते हुए उन्हें हटा दिया। इस दौरान मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेन्द्र पारीक, गोमती डिप्टी ज्ञानेंद्रसिंह व अन्य थानों सहित पुलिस लाइन से पुलिस का भारी जाप्ता मौजूद रहा।

मुआवजे को लेकर सहमति के बाद शांत हुआ मामला

बाद में फोरलेन अधिकारियों के साथ स्थानीय नेताओं ने वार्ता कर आपसी सहमति बनाई। इसमें मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए सहायता और घायल को 3 लाख रुपए की सहायता देने पर रजामंदी हुई। इसके बाद पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।