
मीटर के सामने इस डिब्बे को लेकर जाते ही बंद हो जाता है मीटर
इस तरह हुआ खुलासा
राजसमंद एसई एम.एल. शर्मा ने बताया कि तीनों फैक्ट्रियों में स्मार्ट मीटर लगा हुआ था। स्मार्टमीटर की खासियत होती है कि इसमें पावर ऑन और पावर ऑफ का रिकार्ड होता है। इसी प्रकार का मीटर संबंधित जीएसएस पर भी लगा होता है। उसमें भी पावर ऑन और पावर ऑफ का रिकार्ड होता है। ऐसे में कई बार उपभोग कम होने पर संबंधित कनेक्शनों की जांच की जाती है। इसमें शंका होने पर तीनों फैक्ट्री पर नजर रखी गई। तीनों फैक्ट्रियों में करीब दो माह में दिन में मीटर ऑफ बताया लेकिन मौके पर काम चलता मिला। इनकी गहनता से जांच करवाने पर मामले का खुलासा हुआ।
इस तकनीक का करते उपयोग
निगम के जानकारों के अनुसार अवैध तरीके से मीटर को बंद करने के लिए एक्सनेशन रिले कन्ट्रोल ऑफ मेटल ऑक्साइड सिलीकन फील्ड इफेक्ट ट्रांसमिंट तकनीक (एमओपीएसईटी) से मीटर को बंद कर दिया जाता था। इससे मीटर स्वत: ही बंद हो जाता है।
केस नम्बर एक : पवन मिनरल बामनटुकड़ा में 460 केवी एचटी कनेक्शन ले रखा था। यहां पर चोरी पकड़े जाने पर 38,98,594 रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
केस नम्बर दो: पवन मिनरल धायला में 600 केवी का एचटी कनेक्शन था। यहां भी अवैध तरीके से मीटर को बंद कर चोरी की जा रही थी। विजिलेंस टीम ने 92,26,753 लाख का जुर्माना लगाया है।
केस नम्बर तीन : परमेश्वर मार्बल जेतपुरा में 124 केवी का कनेक्शन है। यहां भी लम्बे समय से चोरी हो रही थी। टीम ने 22,95,556 रुपए का जुर्माना लगाया है।
तीन संस्थानों में पकड़ी हाईटेक तरीके से बिजली चोरी
जिले में तीन संस्थानों पर हाईटेक तरीके से बिजली पकड़ी है। इसमें एमओपीएसईटी तकनीक से मीटर को बंद कर देते थे। स्मार्टमीटर के कारण पवन मिनरल बामनटुकड़ा, धायला और जेतपुरा में बिजली चोरी पकड़ी है। इनके खिलाफ विद्युत थाने में एफआईआर भी कराई जा रही है।
- एम.एल. शर्मा, एसई विद्युत भवन, राजसमंद
Published on:
06 Apr 2024 10:53 am
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