
डिस्कॉम यह कर रहा बदलाव, किसानों को इससे मिलेगा सर्वाधिक फायदा
केन्द्र सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने के लिए रिवेम्ड डिस्टीब्यूशन इंजेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) योजना प्रारंभ की है। इसके तहत गुजरात की तर्ज पर जिले के 90 कृषि फीडरों को अलग करने का काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही जिले में 44 फीडरों पर अत्यधिक भार के चलते उनका भार कम करने के लिए फीडरों का निर्माण करवाया जाएगा। इससे फीडरों का भार कम होगा और बिजली आदि की ट्रीप होने पर पूरे फीडरों को बंद करने की आवश्यकता नहीं होगी। उक्त योजना के तहत तीन साल में चरणबद्ध तरीके से कार्य किए जाएंगे। इसके पहले चरण में किए जाने वाले कार्यो के लिए करीब एक साल पहले अजमेर डिस्कॉम स्तर पर टेण्डर आमंत्रित किए गए थे। वर्तमान में फीडरों को अलग करने के लिए खम्भे आदि लगाए जा रहे हैं। इसके बाद इनमें तार आदि खींचे जाएंगे। उक्त योजना में पहले साल में किए गए कार्यो से बिजली छीजत आदि में कमी आने पर दूसरे चरण की राशि स्वीकृत की जाएगी। पहले चरण में एक प्रतिशत बिजली की छीजत कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
यह करवाएं जाएंगे काम
- 90 कृषि फीडरों को अलग किया जाएगा
- 44 नए फीडरों का निर्माण करवाया जाएगा
- 45 नए ट्रांसफार्मर लगाकर भार कम करेंगे
- 725 किमी 11 केवी के तार बदले जाएंगे
- 220 किमी नई लाइन खींची जाएगी
- 339 किमी एबी केबल जाएगी बदली
- 26 किमी एलटी केबल अंडर ग्राउण्ड करेंगे
यह होगा फायदा
- कृषि फीडर अलग होने से आपूर्ति के बाद बंद कर सकेंगे
- ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे सिंगल फेस बिजली मिल सकेगी
- बिजली की छीजत कम होगी और गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी
- फीडर निर्माण से खराबी आने पर फॉल्ट ढूंढऩे में आसानी होगी
- तारों को बदलने और नई लाइन खींचने से कनेक्शनों में आसानी
- भूमिगत केबल से तारों के जंजाल से मुक्ति मिलेगी
रिवेम्ड के तहत काम हुआ शुरू
रिवेम्ड योजना के तहत कृषि फीडरों को अलग करने सहित कई कार्य किए जाएंगे। इसका मुख्य उद्धेश्य बिजली की छीजत में कमी लाना और गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराना है। इसके तहत अभी खम्भे आदि लगाए जा रहे हैं। एक टीम ने काम शुरू कर दिया है।
- राजेश कुमार खटीक, एक्सईएन प्रोजेक्ट विद्युत भवन राजसमंद
Published on:
11 Feb 2024 11:21 am
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