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47 साल लगे ‘धुलाराम’ को ‘भूराराम’ बनने में, रिकॉर्ड में एक गलती… भटकता रहा गरीब आदमी

पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा शिविर में भूराराम को राजस्व रिकॉर्ड में 47 वर्ष बाद मिला वास्तविक नाम, अब जमीन मालिक को मिलेगा योजनाओं का लाभ

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rajsamand news

राजसमंद। कुंभलगढ़ ग्राम पंचायत बड़गांव में चल रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत शिविर में एक ऐसा मामला आया जिसमें अधिकारी भी चकित रह गए। यह मामला था 47 साल पहले राजस्व रिकॉर्ड में एक आदमी का गलत नाम अंकित होने का। जिसके चलते उसे सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। ग्रामीण इसके लिए हर जगह फरियाद करता रहा। अंत में जाकर 47 साल ​बाद शिविर में यह काम चंद घंटों में हो गया। इस पर 70 वर्षीय वृद्ध की आंखें खुशी से भर आई और वह अधिकारियों को हाथ जोड़कर धन्यवाद देने लगा।

यह है मामला

ग्राम पंचायत बड़गांव में आयोजित शिविर में में खेड़लिया निवासी भूराराम पुत्र नाथूराम भील ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। इसमें बताया कि उसका नाम वर्ष 1978 से राजस्व रिकाॅर्ड में भूराराम पुत्र नाथूराम के बजाय धुलाराम पुत्र नाथा दर्ज कर दिया गया। इसकी वजह से उसे सरकारी योजनाओं, ऋण, नामांतरण व संपत्ति से जुड़े सभी प्रकार के लाभों से वंचित रहना पड़ रहा हैं।

हर जगह की फरियाद

पीड़ित भूराराम ने बताया कि नाम शुद्धि के लिए उसने वर्षों तक प्रयास किए। वकीलों से सलाह ली, लेकिन सभी ने लम्बी और महंगी न्याय प्रक्रिया बताई एवं उनकी 70 वर्ष की उम्र और सीमित आर्थिक संसाधन होने से वे निराश हो गए थे।

तत्काल करवाया नाम सही

शिविर प्रभारी एवं उपखंड अधिकारी आकांक्षा दुबे के समक्ष प्रार्थना पत्र प्रस्तुत होने पर भूराराम की समस्या को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तत्काल इसके निस्तारण के आदेश दिए। शिविर में ही नाम शुद्धि की समस्त प्रक्रिया जैसे आवेदन जांच, दस्तावेज सत्यापन, खाता नकल आदि हाथों-हाथ पूरी कर उपखंड अधिकारी की ओर से नाम शुद्धि का आदेश जारी कर भूराराम को प्रदान किया। इससे अब भूराराम को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।