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हाथों से मिलाए हाथ और साफ कर दी एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील… देखें वीडियो

जोश और जज्बे को सलाम: झील से कई क्विंटल निकाली जलीय वनस्पति, झील में पानी में साथ बहकर आई हरी घास, तैराकों के पैर उलझने से हो सकता था गंभीर हादसा, कुछ युवाओं ने इसे निकालने का उठाया बीड़ा, जलीय वनस्पति को नौ-चौकी सीढिय़ों पर किया एकत्र

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हाथों से मिलाए हाथ और साफ कर दी एशिया की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील... देखें वीडियो

राजसमंद के नौ-चौकी पर जलीय वनस्पति को लगा ढेर।

हिमांशु धवल@ राजसमंद. राजसमंद झील (Rajsamand Lake) का जलस्तर जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, वैसे ही जलीय वनस्पति पानी के साथ बहकर झील में पहुंच रही है। ऐसे में झील में तैरने वालों के साथ कोई हादसा न हो जाए, इससे बचाने के लिए कुछ लोगों ने झील से जलीय वनस्पति को निकालने का बीड़ा उठाया और देखते ही देखते कई क्विंटल जलीय वनस्पति को पानी से बाहर निकालकर नौ-चौकी (Nau-Chowki ) की सीढ़ी पर पटक दी। युवाओं को इस कार्य को करते देख वहां पर मौजूद लोगों ने इनके जज्बे को सलाम किया।
बिपरजॉय तूफान और मानसून की बारिश के कारण गोमती नदी और खारी फीडर के माध्यम से राजसमंद झील (Rajsamand Lake) में पानी की अच्छी आवक हो रही है। झील का जलस्तर करीब 21 फीट पहुंच गया है। ऐसे में झील में नहाने और तैराकी करने वालों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। हर आयुवर्ग के पुरुष और महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं है। ऐसे में झील में पानी के साथ बहकर आई जलीय वनस्पति से हमेशा हादसा होने का अंदेशा बना रहता था। इससे बचाव के लिए रविवार को कुछ युवकों ने इसे झील से बाहर निकालने का काम शुरू किया। उन्होंने अपनी क्षमता के अनुसार जलीय घास को बाहर निकालकर सीढिय़ों पर एकत्र किया। उन्हें यह कार्य करते देख कुछ लोग और इस कार्य में जुट गए। रविवार को दोपहर तक कई क्विंटल जलीय वनस्पति को निकालकर बाहर निकाल दिया। इस काम में जुटे मेहमूद खान, देवेन्द्र सिंह राव और उनके पुत्र विश्वजीत राव इसमें जुटे दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि इस घास में फंसने से किसी भी मौत हो सकती है। इससे बचाव के लिए इसे बाहर निकाली जा रही है। इसमें विश्वजीत 12 वीं कक्षा में अध्यनरत है। यह तीनों ही अच्छे तैराक है।

पानी की सतह नाममात्र की देती दिखाई
जलीय वनस्पति पानी की सतह पर नाममात्र की दिखाई देती है, लेकिन यह आपस में उलझकर बहुत लम्बी और काफी वजनी हो जाती है। पानी से बाहर निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। झील के अधिकांश किनारों पर यह दिखाई दे रही है। अभी नौ-चौकी (Nau-Chowki ) के आस-पास के क्षेत्र से इस वनस्पति को बाहर निकालकर ढेर लगाया जा रहा है।
नगर परिषद को करनी चाहिए उठवाने की व्यवस्था
नौ-चौकी (Nau-Chowki) के आस-पास क्षेत्रों से निकाली गई जलीय वनस्पति को बाहर निकालकर एकत्र कर दिया गया है। ऐसे में अब नगर परिषद की ओर से उक्त जलीय वनस्पति को टे्रक्टरों के माध्यम से उठवाकर दूर फिकवाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। यहां पर 2-3 ट्रेक्टर जितनी वनस्पति एकत्र हो गई है।
पत्रिका व्यू : राजसमंद झील (Rajsamand Lake) हमारी है तो इसे साफ-सुधरा रखने की जिम्मेदारी भी हमारी ही होनी चाहिए। ऐसे में यदि हम अपनी कुछ आदतों में सुधार कर ले तो झील साफ रह सकती है। नौ-चौकी (Nau-Chowki ) और इरिगेशन पाल पर आने वाले लोग अपने साथ लाए खान-पान की चीज एवं उससे बचे कूड़े आदि का निर्धारित कचरा पात्र में डालने की आदत बना ले तो सफाई अपने आप हो जाएगी। गंदगी फैलने वालों को टोकने की आदल डालनी होगी। इसके साथ सप्ताह में एक दिन श्रमदान किया जाए तो किसी भी सरकारी तंत्र पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं रह जाएगी।