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राजसमंद

बना डाली बहुपयोगी मशीन, अब बिजली की नहीं रही जरूरत

नहीं मिला बिजली कनेक्शन तो पांचवीं पास युवक ने कबाड़ से किया जुगाड़, चार काम एक ही मशीन से और वाहन की तरह भी कर रहा उपयोग

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योगेश श्रीमाली @ कुंवारिया. क्षेत्र के टपरियाखेड़ी निवासी पांचवीं पास युवक के द्वारा यहां-वहां से कबाड़ को एकत्रित करके बनाया गया देशी उपकरण वर्तमान में लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इस उपकरण को चार तरह से उपयोग में लाने के साथ ही वाहन की तरह एक से दूसरी जगह पर भी ले जाया जा सकता है।
टपरियाखेड़ी चौराहा के रायसिंह पुत्र सोवजी बंजारा के द्वारा इस उपकरण के विकास के पीछे भी एक कहानी है। युवक ने चौराहा पर पंचर निकालने की दुकान लगाने का मानस बनाया, जिसके लिए बिजली कनेक्शन आवश्यक था। लेकिन, टपरियाखेड़ी चौराहा पर बिजली कनेक्शन देने में अजमेर विद्युत वितरण निगम ने असमर्थता जताई क्योंकि वहां पर बिजली की लाइन नजदीक नहीं है। इस स्थिति के बावजूद रायङ्क्षसह ने हार नहीं मानी और उसने जब इंजन से गन्ने के रस की चरखी चलती हुई देखी तो उसके दिमाग में कुछ नया करने का विचार आया। इसके तहत उसने सबसे पहले स्कूटर के चार टायरों से चलने वाली एक जुगाड़ गाड़ी बनाई। इसके उसमें इंजन लगवाया तथा उस इंजन की गति ऊर्जा फेनबेल्ट के माध्यम से संचालित होने के पांच उपकरण लगा दिए। वर्तमान में उसकी बनाई गई देशी गाड़ी से हवा भरने का कम्प्रेरशर, वाहनों की धुलाई करने के लिए पम्प सेट, गन्ने का जूस निकालने का यंत्र, वाहनों के स्प्रे कलर करने का यंत्र तथा इंजन के माध्यम से ही गाड़ी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए साधन बना दिया।


डेढ़ लाख का आया खर्च
रायसिंह ने बताया कि गाड़ी सहित मल्टी उपयोगी उपकरण तैयार करने में करीब डेढ़ लाख रुपए का खर्च आया। इससे उसे बिजली कनेक्शन करवाने और बिल भरने की समस्या भी नहीं रही। बताया कि विद्युत के माध्यम से जो कार्य दो हजार में हो पाता है वही कार्य वर्तमान में चार सौ से पांच सौ रुपए के डीजल के खर्च में आसानी से कर लेता है। बताया कि एक ही वाहन पर सभी सुविधा होने से अब वह आमजन को उनके द्वारा फोन करने पर मौके पर जाकर भी सुविधा दे रहा है। जुणदा सरपंच दिनेश चन्द्र टांक ने बताया कि युवक के पास किताबी ज्ञान भले ही कुछ कम है पर उसने बुद्धि कौशल से अपने काम को आसान कर दिखाया है।