
कही आप इन इमारतों के पास तो नहीं खड़े, अगर हो तो, हो जाइए सावधान कभी भी हादसे का रूप ले सकती है
राजसमंद. आसमान में बादल छाने लगे हैं, मानसून की आहट का अहसास है, मगर शहर में जर्जर भवनों के निस्तारण को लेकर नगर परिषद ऊंघ रही है। वह भी तब, जब जिला प्रशासन एक माह पहले ही इस बारे में तमाम जरूरी निर्देश दे चुका है। सम्बंधितों को नोटिस जारी करने व खण्डहर व खतरे का सबब बनते मकान हटाने की कार्रवाई कब शुरूहोगी, इस बारे में परिषद अधिकारियों ने फिलहाल सोचा नहीं है।
सिर पर बारिश के मौसम को देखते हुए जिला कलक्टर आनंदी ने पिछले दिनों बैठक लेकर आपदा से बचने के लिए सभी सम्बंधित विभागों के आला अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। नगर परिषद ने अपने लिए दिए निर्देशों की पालना शुरू ही नहीं की है, जबकि नगर परिषद क्षेत्र कांकरोली एवं राजनगर की मुख्य सडक़ों के किनारे कई ऐसी इमारतें, भवन एवं दीवारें खण्डहर बनकर और जर्जर खड़ी हुई हैं। उनकी दुर्दशा ऐसी है कि पहली बारिश में ही ढह सकती हैं। मुख्य सडक़ों के किनारे होने से हमेशा जानमाल का खतरा है। पुरानी बसावट में बड़ी तादाद में जर्जर इमारतें हंै। हर एक मोहल्ले और गली में ढहने के कगार पर खड़ा कोईन कोई भवन मिल जाएगा।
मंदिर मार्ग पर भी श्रद्धालुओं को खतरा
द्वारकाधीश मंदिर तक जाने वाले मार्ग पर दो दीवारें जर्जरहाल होकर झुकी हुई हैं। खतरा इतना भयानक है कि रोजाना धीरे-धीरे पत्थर गिर रहे हंै। मंदिर में दर्शन के लिए जाने वाले सैकड़ों श्रद्धालु उसी मार्ग से गुजरते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हंै। ज्ञात हो, हाल ही में नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन करने आए दो श्रद्धालुओं की सडक़ धंसने से पलटे डम्पर में भरी निर्माण सामग्री नीचे दबने से मौत हो गई थी।
मुख्य सडक़ों पर हादसे की आशंका
कांकरोली-राजनगर सडक़ पर यातायात का भारी दबाव रहता है। दाणी चबुतरा, मण्डा व उसके आप-पास सडक़ किनारे कोठियां, भवन व अन्य इमारतें जर्जरहाल में ढहने की कगार पर हैं। ये बारिश के दिनों में या उससे पहले कभी भी गिर सकती हैं।
यहां पर भी खतरा
सौ फीट रोड व उसके आस-पास मोहल्लों में जर्जर दीवारें खड़ी हैं। आगे की तरफ राजनगर से बजरंग चौराहे के बीच कई दुकानें एवं दीवारें भी मौत को पनाह दिए प्रतीत हो रही है।
सर्वे करवा तुड़वाने के नोटिस देंगे
&पिछली बार भी सर्वे करवाकर कई इमारतें चिह्नित कर हटावा दी गई। इस वर्ष भी सर्वे करवाया जाएगा, जिसमें कोई खतरनाक भवन पाए गए, तो नोटिस देकर हटवाए जाएंगे।
बृजेश रॉय,
आयुक्त, नगर परिषद
Updated on:
02 Jun 2018 02:21 pm
Published on:
02 Jun 2018 02:18 pm
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