21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

KVK News : अब जामुन की गुठली और सीताफल के बीजों के भी मिलेगे दाम

- इनका घरेलू उपयोग और मेडिसिन में होता उपयोग, काफी मांग, कृषि विभाग केन्द्र जामुन के ग्राफ्ंिटग कर बड़े जामुन के पौधे करेगा तैयार

2 min read
Google source verification
राजसमंद

राजसमंद का कृषि विज्ञान केन्द्र भवन,राजसमंद का कृषि विज्ञान केन्द्र भवन

राजसमंद. जिले में अब जामुन और सीताफल के बीजों को कृषि विज्ञान केन्द्र खरीदेगा। इससे जामुन के ग्राफ्टेड पौधे तैयार होंगे। जामुन की गुठलियां और सीताफल के बीज मेडिसिन के भी काम आते हैं। इसकी मांग बाजार में भी काफी है। हालांकि आम की गुठलियों की पहले से खरीद की जा रही है। इससे ग्राफ्टेड पौधे तैयार किए जा रहे हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से इस बार जामुन की गुठलियां और सीताफल के बीज की खरीद करेगा। जामुन की गुठलियां डायबिजिट सहित अन्य रोगों में फायदेमंद है। इसी प्रकार सीताफल के बीज एनीमिया से बचाते हैं। इसके कारण केन्द्र अब इन्हें खरीदने की तैयारी कर रहा है। आगामी समय में आने वाले सीजन में इसकी खरीद करेगा। केन्द्र की ओर से सीताफल के बीज और जामुन की गुठलियों के भाव 20 रुपए प्रति किलो तय किए हैं। दोनों ही फलों की जिले के कुंभलगढ़ क्षेत्र सर्वाधिक पैदावार होती है। सीताफल के बीजों को डूंगरपुर कृषि विज्ञान केंद्र भेजा जाएगा। वहां पर इससे पौधे भी तैयार किए जाएंगे। यहां पर आम की पैदावार भी अच्छी होती है। विभाग ने पिछले साल से ही आम की गुठलियों की भी खरीद की है। विभाग ने इससे ग्राफ्टेड पौधे तैयार किए। इसके बाद इसकी बिक्री की गई। इससे आगामी समय में अच्छी पैदावार होगी। उल्लेखनीय है कि कुंभलगढ़, आमेट आदि क्षेत्रो में आम की अच्छी पैदावार होती है। इसकी गुठलियां भी 15 रुपए किलो की दर से खरीदी गई थी।
बड़े जामुन के पौधे होंगे तैयार
कुंभलगढ़ क्षेत्र में बड़े आकार के जामुन की पैदावार होती है, लेकिन पेड़ों की संख्या काफी कम है। ऐसे में बड़े साइज के जामुन के लिए ग्राफ्टेड जामुन के पौधे तैयार किए जाएंगे। इसके बाद इनकी बिक्री की जाएगी। जिले में छोटे आकार के जामुन के बहुत पेड़ है, लेकिन यह खाने में इतना स्वाद नहीं होता है। ऐसे में केन्द्र अब बड़े आकार के जामुन के पौधे तैयार करेगा। इसकी तैयारी की जा रही है।
यह है सीताफल के बीज के फायदे
जानकारों के अनुसार सीताफल के बीज में विटामिन-बी भी होता है। सीताफल के बीज खून की कमी यानी एनीमिया से बचाता है। सीताफल के बीज में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी संतुलित करता है, सोडियम और पोटेशियम संतुलित मात्रा में होता है। सीताफल के बीज के सेवन से शुगर की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है।

जामुन की गुठलियों के फायदे
जानकारों के अनुसार जामुन की गुठली में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में होने वाली सूजन और दर्द को दूर करने में मददगार हो सकते हैं। अगर आपको अर्थराइटिस की समस्या है, तो आप जामन की गुठली से तैयार पाउडर और अर्क का सेवन कर सकते हैं। इससे सूजन और दर्द से राहत मिल सकती है। इसी प्रकार शुगर को मैनेज करने में, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में, इन्युनिटी बूस्ट करने में, वजन घटाने में भी फायदेमंद होता है।
इनका कहना है...
जिले में अब जामुन की गुठलियों और सीताफल के बीज की भी खरीद की जाएगी। इनका उपयोग मेडिसिन में होता है। जामुन के ग्राफ्टेड पौधे तैयार किए जाएंगे।
- पी.सी रैगर, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र राजसमंद