बसों का अनियमित संचालन: यात्रियों की बढ़ती परेशानियां
स्थानीय निवासियों के अनुसार, रोडवेज की बसों का संचालन बहुत ही अनियमित है, जिसके कारण उन्हें अपनी यात्रा की योजना बनाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अक्सर, यात्री बसों का इंतजार करते रह जाते हैं, लेकिन बसें समय पर नहीं पहुंचतीं, जिससे उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ता है। यह न केवल समय की बर्बादी है, बल्कि अतिरिक्त खर्च का कारण भी बनता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माण कार्य भी बढ़ाता है समस्या
राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य के कारण बसों के ठहरने के लिए उचित स्थान का अभाव हो गया है। इसके परिणामस्वरूप, यात्रियों को बसों के पीछे दौड़ने की स्थिति बनती है, जिससे परेशानी और बढ़ जाती है।
बुकिंग ऑफिस का बंद रहना: यात्रियों के लिए और भी परेशानी
रोडवेज बस स्टैंड पर स्थित बुकिंग ऑफिस अक्सर बंद रहता है। इसके कारण, यात्री टिकट बुक करने में असमर्थ रहते हैं और उनकी यात्रा की तैयारी में विघ्न आता है। कई बार यात्रियों को दुकानों पर भटकना पड़ता है, लेकिन उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती, जिससे स्थिति और भी जटिल हो जाती है।
प्रशासन की उपेक्षा, यात्री परेशान
स्थानीय नागरिकों ने कई बार प्रशासन से यह आग्रह किया है कि रोडवेज की सेवा को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, लेकिन अब तक कोई विशेष कदम नहीं उठाया गया है। इतनी बड़ी जनसंख्या वाले उपखंड मुख्यालय में, रोडवेज जैसी बुनियादी यात्रा सेवा का इतने लचर तरीके से संचालन यात्रियों के लिए बड़ी असुविधा का कारण बन रहा है।
जिला प्रशासन से उम्मीदें: समस्या का समाधान शीघ्र किया जाए
कस्बे के रोडवेज बस स्टैंड पर बसों का ठहराव सुनिश्चित करने के साथ-साथ, बुकिंग ऑफिस का संचालन भी नियमित रूप से किया जाना चाहिए। कई यात्रियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वे अतिक्रमण हटाने और सड़क के किनारों को व्यवस्थित करने के लिए कदम उठाएं, ताकि रोडवेज बसों का संचालन सुचारू रूप से हो सके।
यात्रियों की शिकायतें: असुविधा के कारण उठने वाली समस्याएं
निक्की सिंधी, यात्री: “रोडवेज बस स्टैंड पर बसों का आवागमन नहीं होने से हमें बहुत परेशानी होती है। सड़क पर ट्रैफिक का भी गड़बड़ हो रहा है और हम लंबे समय तक इंतजार करते रहते हैं।” शनि शर्मा, बस स्टैंड भीम: “बसों का ठहराव न होने से वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों और महिलाओं को 1 किलोमीटर दूर बाईपास पर जाना पड़ता है। यह अत्यधिक कठिन है, खासकर बुजुर्गों और महिलाओं के लिए।”
रोशनलाल प्रजापत, यात्री: “भीम कस्बा चार जिलों की सीमाओं पर स्थित है और यहां से आने-जाने के लिए रोडवेज बसों का उपयोग आम है। लेकिन बसों का ठहराव न होने से यात्रियों को बहुत दिक्कत हो रही है।”
स्थानीय नेताओं और अधिकारियों की पहल
पूर्व पार्षद डालचंद सेन और अन्य स्थानीय नेताओं ने नगर पालिका प्रशासन से सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाने की मांग की है। उनका मानना है कि इससे रोडवेज बसों को बेहतर संचालन में मदद मिलेगी और यात्रियों को राहत मिलेगी। महेश उपाध्याय चीफ मैनेजर, रोडवेज डिपो राजसमंद ने कहा, “हम अतिक्रमण हटवाने और बसों का नियमित संचालन सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन से मिलकर काम करेंगे। यात्रियों की सुविधा हमारी प्राथमिकता है, और हम जल्द ही इस समस्या का समाधान करेंगे।”