जिले में कोरोना का पहला मरीज भी पुरुष
जिले में सर्वप्रथम 24 अप्रेल को कोरोना का मरीज सामने आया था। यह मरीज एक युवक था। इसके बाद 17 मई से यहां कोरोना का खौफ बढ़ा। उसके बाद जैसे-जैसे महीने गुजरते गए वैसे-वैसे कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ती गई। यही कारण है कि 7 माह में यहां 27 सौ से ज्यादा मरीज सामने आए हैं।
21 से 30 वर्ष के युवा ज्यादा संक्रमित
जिले में बुजुर्ग सबसे कम कोरोना की चपेट में आए हैं। जबकि २१ से ३० वर्ष के युवा सर्वाधिक संक्रमित हुए हैं। जो कुल मरीजों की तुलना में करीब २५ फीसदी है। इस आयुवर्ग में भी युवक ५२८ संक्रमित हुए हैं जबकि युवतियां महज 167 ही हैं।
सितम्बर माह में आए सर्वाधिक मरीज
जिले में कोरोना भले ही अप्रेल माह में आ गया था, लेकिन सर्वाधिक मरीज सितम्बर माह में सामने आए है। इस माह 695 पुरुष तथा 272 महिलाएं संक्रमित हुई।
नियमों का पालन किया…
महिलाएं कम पॉजिटिव होने के पीछे प्रमुख कारण हैं नियमों का पालन। पुरुषों की तुलना में महिलाएं घर से बाहर कम निकलती हैं, कम लोगों से मिलती हैं, ऐसे में संक्रमण का खतरा कम रहता है। वहीं वे सामाजिक दूरी के नियम का भी ज्यादा पालन करती है। इससे महिलाओं में संक्रमण कम फैला है।
-डॉ. कृपाशंकर, राजकीय आरके जिला चिकित्सालय, राजसमंद