
राजसमंद के निकट एक घर से पकड़े सांप के बारे में जानकारी देता प्रकृति प्रेमी।
हिमांशु धवल @ राजसमंद. मानसून की बारिश शुरू होने के साथ ही सर्पदंश (Snack Bite) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस माह में अब तक आर.के. राजकीय चिकित्सालय में 20 सर्पदंश के मामले पहुंचे हैं, जबकि जून माह में 25 घायल पहुंचे थे। यह आंकड़े सिर्फ आर.के. राजकीय चिकित्सालय के हैं। ऐसे में पूरे जिले के आंकड़े कई गुना अधिक होंगे। इसका अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सकता है। आर.के. में पिछले साल 149 सर्पदंश (Snack Bite) के मामले पहुंचे थे। बारिश शुरू होने के साथ ही जमीन में बिला में पानी पहुंचने और उमस से बचने के लिए सांप अपने बिलों को छोडकऱ सुरक्षित स्थान खोजते हुए घरों अथवा बाड़ों में पहुंचते हैं। कई बार घरों में सांप घुस जाते हैं। ऐसे में जाने अनजाने में सांप के सम्पर्क में आने से सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती है। जिले के सबसे बड़े राजकीय आर. के. चिकित्सालय में जून और जुलाई माह में अब तक 45 सर्पदंश (Snack Bite) के मामले सामने आए हैं। सांप के डंसने पर तुरंत उपचार के लिए चिकित्सालय पहुंचने से इस वर्ष अब तक कोई भी जनहानि नहीं हुई है। यह आंकड़े सिर्फ एक अस्पताल है, जबकि नाथद्वारा, भीम, देवगढ़ और आमेट सहित सीएससी और पीएससी के आंकड़े इससे कहीं अधिक हो सकते हैं। पिछले साल 149 मामले आए थे। इसमें एक वृद्ध की मौत हो गई थी। राहत की बात यह है कि सांप के डंसने पूरे जिले में अब तक एक की मौत नहीं हुई है। उल्लेखनीय है कि सीएमएचओ विभाग के अनुसार एक जनवरी से 30 जून तक 112 सर्पदंश के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं।
हर सांप नहीं होता जहरीला
जानकारों के अनुसार जिले में सर्वाधिक कोबरा और दामन सांप (Snack ) पाया जाता है। कोबरा जहरीला होता है। इसी प्रकार कॉमन करैत सांप, रसेल वाइपर आदि सांप पाए जाते हैं, लेकिन इनकी संख्या काफी कम होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में सैंड बोआ सांप दिखाई देता है, जिसे दो मुंह का सांप कहा जाता है, जबकि उसके एक मुंह ही होता है और उसकी पूंछ मुंह की तरह पतली होती है। यह जहरीला भी नहीं होता है। गोयरे को जहरीला बताया जाता है, लेकिन यह छिपकली की एक प्रजाति है। इसमें जहर नहीं होता है, इससे बैक्ट्रीरिया फैलने की संभावना बनी रहती है।
बारिश में इस तरह बचे सांपों से
- जंगली और ऊंची घास वाले क्षेत्रों में जाने से बचने का प्रयास करना चाहिए।
- खेत आदि में काम करते समय गम ***** पहनकर निकलना चाहिए
- बाहरी कमरे और गाड़ी के अंदर के ***** को सील करें, ताकि सांप नहीं घुस सके।
- सांप प्रकृति का मित्र है। वह चूहों को खाता है। उसका रेस्क्यू करवाया जाना चाहिए।
सांप काटने के बाद यह करें
- सांप के काटने के बाद शांत रहें और घबराएं नहीं
- सांप काटे स्थान पर कपड़े ढीले करें और आभूषण खोल दें
- तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र अथवा चिकित्सक के पास पहुंचे
इस माह 32 सांप आदि का किया रेस्क्यू
प्रकृति प्रेमी नवीन गहलोत ने बताया कि इस माह अब तक करीब 32 सांप, 4 अजगर, तीन गोयरों को रेस्क्यू कर जंगल में सुरक्षित छोड़ा है। उन्होंने बताया कि कुछ सांप ही जहरीले होते है, जबकि अधिकांश सांपों में जहर नहीं होता है। सांप को मारना नहीं चाहिए उन्हें रेस्क्यू करवाकर जंगल में छोड़ा जाना चाहिए।
वन विभाग की टीम भी करती है रेस्क्यू
सांप आदि की जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम भी रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ती है। वन विभाग की ओर से सांप आदि को रेस्क्यू करने वाले प्रकृति प्रेमियों को रजिस्ट्रर्ड किया जाता है। उनकी मोनिटरिंग आदि भी की जाती है वह नियमों की पालना करता है या नहीं। सांप ईको सिस्टम का महत्वपूर्ण अंग है। उसे बचाया जाना चाहिए।
- डॉ. आलोक गुप्ता, डीएफओ राजसमंद
झांड फूंक के चक्कर में नहीं पड़े सीधे हॉस्पिटल पहुंचे
सांप काटने पर झाड़ फूंक के चक्कर में नहीं पडऩा चाहिए। सांप काटते ही निकटवर्ती हॉस्पिटल जाना चाहिए और जल्द से जल्द उपचार शुरू होने पर मरीज के बचने की संभावना अधिक हो जाती है। बारिश के दौरान अलर्ट रहने की आवश्यकता है। सरकार ने पीएचसी और सीएससी तक पर उपचार की सुविधा उपलब्ध करा रखी है।
- डॉ. ललित पुरोहित, पीएमओ, आर.के. राजकीय चिकित्सालय राजसमंद
Published on:
27 Jul 2023 11:00 am
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