
ब्यावर से गोमती फोरलेन हाईवे
हिमांशु धवल, राजसमंद. ब्यावर से गोमती तक फोरलेन हाईवे का काम अक्टूबर 2023 तक पूरा होगा। इस पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके पूरा होने पर ब्यावर से गोमती तक का सफर मात्र डेढ़ घंटे में पूरा होगा, जबकि वर्तमान में सिंगल रोड होने के कारण तीन घंटे से अधिक का समय लगता है।
ब्यावर-गोमती राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 का काम पिछले सात साल से अटका हुआ था। शेष काम को पूरा करने के लिए गत वर्ष केन्द्रीय सड़क परिवर्तन मंत्रालय ने निर्माण कार्य की स्वीकृति जारी की। सार्वजनिक निर्माण विभाग (एनएच) को नोडल एजेंसी बनाया गया है। इसके तहत तीन एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। एक एजेंसी 50.36 किलोमीटर, दूसरी 50.28 और तीसरी एजेंसी 14.42 किलोमीटर टू लेन सड़क को फोरलेन करने का काम करेगी। इसके तहत निर्माण जगह-जगह काम शुरू हो गया है। गड्ढ़ों को पाटा जा रहा है तो कहीं पर पेड़ और झाडिय़ों को हटाया जा रहा है। कई स्थानों पर कंकरीट बिछाने का काम शुरू हो गया है। ऐसे में यह पूरा कार्य अक्टूबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके पूरा होने से लोगों को आवाजाही में आसानी होगी।
फैक्ट फाइल
- 115 किलोमीटर हाईवे का होगा निर्माण
- 500 करोड़ रुपए आएगी लागत
- 2023 अक्टूबर में होगा काम पूरा
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
राजसमंद जिले में कुंभलगढ़, राजसमंद में द्वारिकाधीश मंदिर, नाथद्वारा में श्रीनाथजी, हल्दीघाटी सहित कई पर्यटन और धार्मिक स्थल है। यहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में लोग आते है। लेकिन ब्यावर से गोमती तक टू लेन होने से आवाजाही में परेशानी होती है। ऐसे में इन्हें वाया भीलवाड़ा, चितौडगढ़़ होकर आना पड़ता है। उक्त रोड पर फोरलेन का काम पूरा होने पर आवाजाही में इजाफा होगा। साथ ही जयपुर से अजमेर, ब्यावर, राजसमंद, उदयपुर, अहमदाबाद तक आने-जाने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी।
चितौडगढ़़-भीलवाड़ा हाईवे पर दबाब
राजसमंद मे सर्वाधिक मार्बल, ग्रेनाइट आदि की खानें है। यहां से मार्बल, ग्रेनाइट आदि के ब्लॉकों की किशनगढ़ में प्रोसेसिंग होती है। इसमें सर्वाधिक ट्रक और ट्रेलर ड्राइवर भीम के है। इसके कारण इस रोड पर सर्वाधिक इन्ही की आवाजाही होती है। ऐसे में अन्य वाहन चालकों को उदयपुर भीलवाड़ा हाईवे से आवाजाही करनी पड़ती है। इससे समय के साथ पेट्रोल-डीजल आदि अधिक खपत होती है। इसके फोरलेन होने से समय कम लगेगा और खर्चा भी कम होगा।
हर एक किलोमीटर पर बनेंगे अंडरपास
भीम से कुंभलगढ़ क्षेत्र में वन्यजीवों की भरमार है। ऐसे में यहां से गुजरने वाले हाईवे पर प्रत्येक एक किलोमीटर पर अंडर पास का निर्माण होगा। इससे वन्यजीवों की आवाजाही आसानी हो सकेगी। वहीं आस-पास के ग्रामीणों को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्हें हाईवे को पार नहीं करना पड़ेगा।
इनका कहना है...
ब्यावार से गोमती तक फोरलेन का शेष काम शुरू हो गया है। इस पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वन्य जीवों की आवाजाही सुगम रहे इसके लिए प्रति किलोमीटर पर अंडर पास का निर्माण होगा। यह काम अक्टूबर 2023 तक पूरा होगा।
- नेमीचंद शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर (एनएच) सार्वजनिक निर्माण विभाग जोधपुर
Published on:
24 Jan 2022 12:41 pm
बड़ी खबरें
View Allराजसमंद
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
