
आईडाणा. कक्षा 8 के लिए होने वाली प्रारम्भिक शिक्षा पूर्णता पत्र व कक्षा 5 के लिए होने वाली प्राथमिक शिक्षा अधिगम मूल्यांकन परीक्षा को लेकर एससीईआरटी ने परीक्षा से एक सप्ताह पूर्व परीक्षा पैटर्न तय कर जारी किया।
इसमें 5 वीं और 8वीं बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स को 150 मिनट में प्रश्न-पत्र हल करना होगा। 5वीं बोर्ड में 72 प्रश्न व 8वीं बोर्ड में 52 होंगे। इसमें से करीब आधे प्रश्न वैकल्पिक, खाली स्थान, मिलान व एक शब्द या पंक्ति में उत्तर वाले होंगे। इससे स्टूडेंट को उत्तर देने में सरलता रहेगी। कुल 100 अंक के प्रश्न-पत्र में से 80 अंक की लिखित परीक्षा होगी और 20 अंक सत्रांक के रहेंगे।
प्रश्न पत्र वर्कशीट के रूप में मिलेगा। इसी में स्टूडेंट्स को जवाब लिखने होंगे। गणित का प्रश्न हल करने के लिए वर्कशीट में ही साइड में अलग से स्थान दिया जाएगा। इसमें स्टूडेंट रफ कार्य के रूप में गणनाएं कर सकेंगे। परीक्षा के लिए दोनों कक्षाओं के एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। ये शाला दर्पण से डाउनलोड किए जा सकेंगे। 8वीं बोर्ड की परीक्षाएं 16 व 5वीं बोर्ड की परीक्षाएं 19 अप्रेल से शुरू होंगी। इनका समय दोपहर 2 से अपरान्ह 4ङ30 बजे तक रहेगा।
5वीं कक्षा के प्रश्न पत्र में तीन भाग व 72 प्रश्न होंगे
5वीं कक्षा का प्रश्न पत्र अ, ब व स तीन भागों में रहेगा। इसमें कुल 72 प्रश्न होंगे, जिनके 80 अंक होंगे। इसमें बहुविकल्पी प्रश्न 15, रिक्त स्थान पूर्ति 8, सत्य-असत्य 7, मिलान कीजिए 5, अति लघुत्तरात्मक 5 प्रश्न पूछे जाएंगे और प्रत्येक 1-1 अंक के होंगे। लघुउत्तरात्मक 8 प्रश्न 3-3 अंक, दीर्घ उत्तरीय या निबंधात्मक के 4 प्रश्न 4-4 अंक के होंगे।
8 वीं कक्षा के प्रश्न पत्र में तीन भाग व 52 प्रश्न होंगे
8 वीं कक्षा का प्रश्न पत्र अ, ब, स तीन भागों में रहेगा, जिसके अंकों का कुल योग 80 होगा। इसमें कुल प्रश्न संख्या 52 होगी। इसमें बहु-विकल्पी 15 प्रश्न, रिक्त स्थान 8, सही गलत 7, मिलान कीजिए 5, अति लघुत्तरात्मक 5 प्रश्न प्रति प्रश्न 1 अंक के रहेंगे। शेष प्रश्न लघु उत्तरात्मक व दीर्घ उत्तरात्मक होंगे
वर्कबुक के रूप में मिलेगी बुकलेट
एससीईआरटी ने परीक्षा प्रारूप के साथ पेपर पैटर्न और मॉडल पेपर जारी कर दिए हैं। इस बार कक्षा 8 को भी वर्कशीट के रूप में प्रश्न पत्र मिलेंगे। वर्कशीट में उत्तर लिखने के लिए प्रश्न के ही ठीक नीचे निर्धारित स्थान होता है। इससे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्नों के क्रमांक व अन्य प्रकार की चूक नहीं होती है। किसी प्रश्न का जवाब नहीं दिया तो भी स्टूडेंट को स्पष्ट दिखता है, क्योंकि उत्तर का स्थान खाली रहता है। बच्चे समझ के अभाव में कई बार अलग से प्रश्न पत्र देने पर उत्तर पुस्तिकाओं में भी प्रश्न लिख दिया करते थे, जिससे समय व्यर्थ होता था। अनावश्यक कांट-छांट भी कम होगी। इससे परीक्षक को भी उत्तर पुस्तिकाएं जांच व मार्किंग में भी सुविधा रहेगी।
Published on:
10 Apr 2022 12:44 pm
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