
श्रीअन्नपूर्णा रसोई की थाली में परोसी जाएगी यह चीज
प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने आमजन को सम्मानजनक भोजन उपलब्ध कराने के लिए इन्दिरा रसोई का संचालन प्रारंभ किया था। इसके तहत जिले में 16 स्थानों पर इसका संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इन्दिरा रसोई का नाम श्रीअन्नपूर्णा रसोई करने की घोषणा की थी। अब इनके मैन्यू में भी बदलाव किया गया है। इसमें चावल-खिचड़़ी, मिलेट्स को और जोड़ा गया है। इससे मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि नगर परिषद क्षेत्र में 9 स्थानों रसोई का संचालन किया जा रहा है। इसी प्रकार नाथद्वारा में तीन, देवगढ़ में दो में से एक और आमेट में दो स्थानों पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें प्रतिदिन सैकडों लोग भोजन कर रहे हैं।
थाली में यह रहेगा मैन्यू
राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव एवं आयुक्त रवि जैन की ओर से जारी आदेशों के अनुसार अब मेन्यू में 300 ग्राम चपाती, 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 100 ग्राम चावल, मिलेट्स, खिचड़ी आदि के साथ अचार शामिल रहेगा।
थाली की लागत 5 रुपए बढ़ी तो बढ़ाया अनुदान
प्रदेश में इंदिरा रसोई योजना के तहत परोसी जाने वाली प्रति थाली में कुल सामग्री के मेन्यू का वजन 450 ग्राम निर्धारित था। थाली की लागत 25 रुपए आती थी, इसमें सरकार की ओर से 17 रुपए अनुदान दिया जाता था, जबकि लाभार्थी से सिर्फ 8 रुपए लिए जाते थे। भाजपा सरकार ने प्रति थाली की कुल सामग्री का वजन 600 ग्राम निर्धारित किया गया है। वहीं सरकारी अनुदान को 17 रुपए से बढ़ाकर 22 रुपए प्रति थाली कर दिया गया है। सरकारी अनुदान प्रति थाली 5 रुपए बढ़ाया गया है। लाभार्थी का अंशदान पूर्व की तरह प्रति थाली 8 रुपए ही रखा गया है।
निर्देशों की जल्द करेंगे क्रियान्विति
सरकार ने श्रीअन्नपूर्णा रसोई के मैन्यू में जो बदलाव किया गया है उसकी जल्द ही क्रियान्विति की जाएगी। मेन्यू में बदलाव के लिए ठेकेदार को पाबंद किया जाएगा।
- तरूण बाहेती, एक्सईएन नगर परिषद राजसमंद
Published on:
08 Jan 2024 12:20 pm
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