जागो जनमत यात्रा के तहत नाथद्वारा, राजसमंद और भीम में कार्यक्रम
नाथद्वारा. केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता सीपी जोशी के द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आदि की जाति के बारे में दिए गए बयान पर कहा कि सीपी काफी कुछ बोलते हैं और बात को वापस भी ले लेते हैं। वे शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शायद ये हिन्दुस्तान में ये शायद पहली बार हुआ है कि नरेन्द्र मोदी जैसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री की जाति पूछी जा रही है। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला है, परंतु सीपी, कमलनाथ आदि ऐसा बोलते रहें, जिससे राहुल गांधी के चेलों की कलई खुलती रहेगी। उन्होंने कहा कि हम विकास के साथ आस्था की बात भी करते हैं और राम मंदिर हमारी आस्था में है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनेगा इसमें हमारा पूरा सहयोग होगा। पार्टी पूरी तरह से लगी हुई है ,परंतु हम संवैधानिक तरीके से करेंगे। राम जन्म भूमि का मुदद चुनावी नहीं देश की आस्था और आइने का मुद्दा है, इसलिये हम कांग्रेस की तरह से नौटंकी नहीं करते। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस में यदि इमानदारी है तो कोर्ट में लिखकर दें कि अयोध्या में राम मंदिर बनने का समर्थन करते हैं। बाकि राजस्थान में एक स्वर मध्यप्रदेश में दूसरा स्वर निकालते हैं।
राहुल कहें, राज्यसभा में तीन तलाक पास करेंगें क्या?
राहुल से रविशंकर ने सवाल पूछा कि कांग्रेस ने राज्यसभा में इस बिल को रोक रखा है, क्या वह इसका राज्यसभा में समर्थन करेंगे, क्योंकि यह बिल न राजनीति का है न धर्म का है, यह बिल है नारी न्याय गरिमा एवं सम्मान का।
हमने नहीं उठाया मुद्दा
राममंदिर का चुनाव के समय ही मुद्दा उठाने पर कानून मंत्री ने कहा कि यह बात हमने नहीं उठाई। इलाहबाद हाईकोर्ट का फैसला है कि जहां रामलला बिराजमान है, वह वैधानिक है। वह हिस्सा हिन्दुओं को, बाहर का निर्मोही अखाड़ा को एवं उसके बाहर का हिस्सा मुसलमानों को मिलेगा। प्रभु राम मर्यादा में चलते हैं और हम भी राम का भव्य मंदिर मर्यादा से बनाऐंगे। मंदिर बनाने पर भी सीपी कहते हैं कि हम बनाएंगे। रविशंकर ने कांग्रेस से दो प्रश्न पूछे, वहीं कपिल सिब्बल पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने मुस्लिम पक्ष से सुप्रीम कोर्ट में बहस में यह कहा कि 2019 के चुनाव से पहले मंदिर बनने पर कोई सवाल ही नहीं करना चाहिए। यहां पूर्व मंत्री शिवदान सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा, नवलसिंह सुराणा, प्रदीप काबरा मौजूद थे।