
राजसमंद. नगर परिषद की रोड लाईटों के कनेक्शन के काटे जाने के बाद डिस्कॉम और नगर परिषद आमने-सामने हो गए हैं। दोनों अपने-अपने तर्क दे रहे हैं। जनप्रतिनिधियों एवं उच्चाधिकारियों की दखल के बाद रात्रि में ही रोड लाइट के कनेक्शन जोड़ दिए गए। डिस्कॉम के अनुसार नगर परिषद पर 2022 से लेकर अब तक 8.37 करोड़ रुपए बकाया चल रहा है। अजमेर विद्युत वितरण निगम के राजसमंद स्थित एईएन ऑफिस की ओर से नगर परिषद को रोड लाइटों का बकाया जमा कराने के लिए कई बार नोटिस दिए। इसके बावजूद बकाया जमा नहीं कराने पर गुरुवार शाम को करीब 4 बजे रोड लाइटों का कनेक्शन काट दिया गया। रात्रि में रोड लाइटें नहीं जलने के कारण इसकी जानकारी हुई। रात्रि में जनप्रतिनिधियों एवं उच्च्चाधिकारियों से वार्ता और बकाया राशि जमा कराने के आश्वासन पर रात्रि 10.40 बजे रोड लाइटों का कनेक्शन जोड़ दिया गया। इससे रोड लाईटें फिर से शुरू हो सकी। उल्लेखनीय है कि नगर परिषद सीमा में लगी रोड लाईटों के बिजली का भुगतान नगर परिषद की ओर से किया जाता है।
नगर परिषद की ओर से रोड लाईटों का कनेक्शन काटे जाने के बाद देरशाम को कचरे से भरा डम्पर राजनगर स्थित एईएन ऑफिस के मुख्य गेट पर खाली कर दिया। डम्पर को इस तरह खाली किया गया कि आधा कचरा गेट के बाहर और आधा गेट के अंदर भर गया। रात्रि में रोड का कनेक्शन जुडऩे पर सुबह 7.30 बजे करीब नगर परिषद की जेसीबी से कचरा उठवा कर नगर परिषद के कार्मिक से सफाई करवा दी गई।
डिस्कॉम के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 का रोड लाइटों का बकाया राशि 8.37 करोड़ रुपए है। इसमें 90 लाख रुपए लेट फीस शामिल है। उन्होंने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं विशिष्ट सचिव इन्द्रजीत सिंह ने फरवरी 2025 में आयुक्त और अधिकारियों को एक पत्र जारी किया। इसमें बताया कि मार्च 2024 तक के डिस्कॉम से प्राप्त रोड लाइटों के बिलों के भुगतान की कार्रवाई निदेशालय स्तर पर प्रक्रियाधीन है। अप्रेल 2024 से रोड लाइटों बिल संबंधित निकाय की ओर से नियमानुसार जांच उपरांत स्वयं के स्तर पर भुगतान किया जाना है। निकायों द्वारा संबंधित डिस्कॉम से प्राप्त नगरीय निकाय कर की राशि को समायोजित कर शेष राशि का निकाय स्तर पर भुगतान किया जाएगा। ऐसे में डिस्कॉम के इंजीनियरों ने पुरानें बिलों को समायोजित मानते हुए अप्रेल 2024 से अब तक का बकाया 2.75 करोड़़ के बकाया भुगतान का नोटिस दिया है।
डिस्कॉम के अधिकारियों ने बताया कि नगर परिषद की ओर से नगरीय कर जमा कराने का नोटिस दिया गया। उसमें 2007 से नगरीय कर बकाया बताया जा रहा है, जबकि डिस्कॉम की ओर से पहले भरा जा चुका है। नगर परिषद ने उसे सुधारकर अभी तक नहीं दिया। नगरीय कर का नोटिस मिलते ही उसे समायोजित या भुगतान करने की पूरी तैयारी कर रखी है।
अजमेर डिस्कॉम की ओर से बकाया भुगतान की वसूली की जा रही है। जिले में अभी भी 2188.60 लाख रुपए बकाया चल रहा है। इसमें सर्वाधिक 1238.12 लाख जिले की नगरीय निकायों के बकाया है। डिस्कॉम के अनुसार देवगढ़ नगर पालिका का 139.78 लाख रुपए, आमेट के 137.76 लाख रुपए, नाथद्वारा के 152.92 लाख और राजसमंद नगर परिषद के 807.66 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। हालांकि देवगढ़, नाथद्वारा और आमेट नगर पालिका की ओर से कुछ भुगतान जमा कराया गया है।
नगर परिषद रोड लाइटों का बकाया भुगतान नहीं कर रही थी, इसलिए कनेक्शन काटा था। आम जनता परेशानी को देखते हुए जनप्रतिनिधियों एवं उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उसे फिर से जोड़ा गया है। नाथद्वारा, आमेट और देवगढ़ नगर पालिका ने कुछ भुगतान किया है। एईएन ऑफिस के बाहर कचरा डालने की रिपोर्ट मांगी है।
Published on:
29 Mar 2025 11:11 am
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