
रामपुर। शहर कोतवाली पुलिस ने मेंथा गोदाम अग्निकांड के तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया। अदालत ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। इस प्रकरण में दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। कुल पांच लोगों के खिलाफ 11 लोगों ने एक तहरीर देकर एफआईआर लिखाई है, सभी 11 लोगों ने करोड़ों रुपए की सम्पत्ति बर्बाद होने का आरोप पांच लोगों पर लगाया है।
बता दें कि शहर के मोहल्ला तिलक कॉलोनी में सड़क किनारे मेंथा तेल का गोदाम बना रखा था, जिसमें 28 जून को भीषण आग लग गई थी। आग इतनी भयंकर थी कि आसपास की कई दुकानें और मकानों को भी चपेट में ले लिया था। बरेली और मुरादाबाद से भी दमकल मंगाना पड़ी थी। पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका था। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी, जिनमें से तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
टांडा थाना क्षेत्र के गांव लालपुर कला के मजरा रूपपुर निवासी मोहम्मद असलम और बबुया पुत्र हारून एवं खलील पुत्र बिलाल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया। शहर कोतवाल जसपाल ग्वाल ने बताया कि तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। मेंथा गोदाम की आग की घटना में इनकी लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था।
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बीती 28 जून की शाम तकरीबन 7 बजे मेंथा गोदाम में आग लगी थी। आग इतनी भीषण थी कि आग को बुझाने के लिए जिले की दमकल टीम समेत मुरादाबाद मंडल समेत दमकल की कई टीमें आईं और पांच घंटे मे आग पर काबू पाया। अगले दिन जिन लोगों का आग से नुकसान हुआ उन्होंने एक तहरीर 11 लोगों ने मिलकर 5 लोगों के खिलाफ नामजद दर्ज कराई थी। उसमें उन्होंने घरों व दुकानों में हुए नुकसान का आरोप पाँच लोगों पर लगाया था, पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। बाकी की तलाश जारी है।
Updated on:
07 Jul 2020 01:23 pm
Published on:
07 Jul 2020 01:20 pm
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