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एक के बाद एक दर्ज हो रहे मुकदमों पर छलका आजम का दर्द, बोले सारे मुकदमे हम पर ही होंगे क्या?

आजम खांं ने कहा कि भाजपा के राज में केवल विपक्ष के लोगों पर ही मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। कुछ मुकदमे सरकारी पक्ष के उन लोगों पर भी दर्ज होने चाहिए, जो कानून तोड़ रहे हैं।

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रामपुर शहर विधायक आजम खां अपने ऊपर लगे मुकदमे की सुनवाई के लिए आरोपित कोर्ट में मंगलवार को पेश हुए थे। लेकिन उन पर लगे किसी मुकदमे में सुनवाई नहीं हो सकी। दरअसल न्यायाधीश अवकाश पे थे। इस कारण आजम खान के साथ सभी आरोपित कोर्ट में हाजिरी लगाकर चले गए। वहीं कोर्ट से बाहर निकलने के बाद आजम खान ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान आजम खांं ने कहा कि भाजपा के राज में केवल विपक्ष के लोगों पर ही मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। कुछ मुकदमे सरकारी पक्ष के उन लोगों पर भी दर्ज होने चाहिए, जो कानून तोड़ रहे हैं। हमारे परिवार के खिलाफ तो बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। हमारे समर्थकों पर भी मुकदमे लिखे गए हैं।

एक दिन में 14 मुकदमों पर होनी थी सुनवाई

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आजम खां के खिलाफ एक दिन में 14 मुकदमे की सुनवाई होनी थी। जिसमें से पांच शहर कोतवाली में दर्ज यतीमखाना प्रकरण के ही मुकदमे थे। इन मुकदमों में आरोप है कि यतीमखाना बस्ती के लोगों के घरों को आजम खान ने तुड़वा दिया था। इसके बाद कुछ लोगों ने इनके साथ परपीट भी किया था, जो आजम खान के समर्थक थे। साथ ही बकरी और भैंस चोरी जैसे आजम खान के ऊपर आरोप लगाए गए थे। जिनपर पेशी के लिए आजम खान कोर्ट आए थे।

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कुछ अन्य मुकदमे भी सुनवाई के लिए पेडिंग

इतना ही नहीं आजम खां के खिलाफ कुछ अन्य मुकदमे भी सुनवाई के लिए लगे थे। जो गंज कोतवाली में दर्ज डूंगरपुर प्रकरण के आठ मुकदमे है। जिसमें आरोप है कि सपाइयों और पुलिस कर्मियों ने आसरा आवास बनाने के नाम पर डूंगरपुर बस्ती के लोगों को बेघर कर दिया था। उनसे मारपीट और लूटपाट की थी। आपको बता दें कि इस मुकदमों में पहले आजम खां का नाम नहीं था, लेकिन बाद में उनका भी नाम शामिल कर लिया गया। बताया जा रहा है की इनका नाम विवेचना के बाद शमिल किया गया है। विवेचना के दौरान उनका नाम शामिल किया गया।

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न्यायिक अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण टली सुनवाई

वहीं इस पूरे घटना पर आजम खां के अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने मीडिया को बताया कि सुनवाई के लिए विधायक समेत अन्य आरोपित कोर्ट में पेश हुए, लेकिन न्यायिक अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। आपको बता दें की इस दौरान आजम खां के मीडिया परभारी फसाहत अली खां शानू भी उपस्थित हुए। जो कुछ दिन पहले मिडिया में चर्चा का विषय बने हुए थे।