दरअसल, 17 महीने से सांसद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान सीतापुर की जिला जेल में बंद हैं।कई माह पहले उनकी पत्नी डॉक्टर तज़ीन फात्मा को जमानत मिल गई थी। कोरोना की दूसरी लहर में आजम खान और उनके पुत्र अब्दुल्लाह आजम सीतापुर जेल में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे । 9 मई को उन्हे मेदांता अस्पताल लखनऊ भेज दिया गया था। उपचार के दाैरान उनकी सेहत में कई बार उतार चढ़ाव आया। बाद में उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आयी लेकिन वह पोस्ट कोविड की समस्याओं से जूझ रहे थे और मेदांता में डॉक्टर्स की टीम इलाज कर रही थी।
आरोप है कि हालत में मामूली सुधार होने पर 13 जुलाई को परिवार को बिना सूचना दिए उन्हे मेदांता सीतापुर जेल भेज दिया था। 19 जुलाई को अचानक सीतापुर जेल में ही आजम खान की तबीयत फिर से बिगड़ी ऑक्सीजन लेवल कम होने और सांस में दिक्कत होने पर डॉक्टर्स ने इन्हे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जिस पर आजम खान को वापस मेदांता अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। आजम खान की पत्नी शहर विधायक डॉक्टर तज़ीन फातिमा ने कहा कि कि जब आजम खान को मेदांता से डिस्चार्ज किया गया था उसी वक्त उन्हाेंने कहा था कि वह अभी वह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं। आरोप लगाया कि सरकार उनके साथ साजिश रच रही है।