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जयाप्रदा ने आजम खान पर किया बड़ा पलटवार, लोकसभा सदस्यता रद करने की मांग

खात बातें:— जयाप्रदा ने निर्वाचन रद्द करने के लिए चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी जयाप्रदा बोली-आजम खान ने संविधान के अनुच्छेद का किया उल्लंघन  

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जयाप्रदा ने आजम खान पर किया बड़ा पलटवार, लोकसभा सदस्यता रद करने की मांग

रामपुर. पूर्व सांसद व भाजपा नेत्री जयाप्रदा ने निर्वाचन आयोग को लेटर भेजकर रामपुर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद मोहम्मद आजम खान का निर्वाचन अवैध घोषित कर शून्य करार दिए जाने की मांग की है। जया प्रदा ने कहा कि आजम खान ने 2 अप्रैल को लोकसभा चुनाव (lok sabha election) के लिए नॉमिनेशन(Nomination) दाखिल किया। उस समय आजम खान मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति (Chancellor) के लाभ के पद पर थे। यह अनुच्छेद 102(1) ए व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के सेक्शन (section) 9(ए) के अलावा संविधान के अनुच्छेद 191(1)ए का उल्लंघन है।

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शुक्रवार को जयाप्रदा ने प्रेस कांफ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि किसी सांसद या विधायक ने लाभ का पद लिया है तो उसकी सदस्यता समाप्त होगी, भले ही उसने दूसरे पद पर रहते हुए वेतन व अन्य भत्ते लिए हों या नहीं। उन्होंने कहा कि कानून किसी भी व्यक्ति को किसी भी रूप में एक साथ लाभ के दो पदों पर रहने की इजाजत नहीं देता। उन्होंने कहा कि आजम खान ने निर्वाचन आयोग व संविधान के अनुच्छेदों का पालन नहीं किया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लाभ के पद पर रहते हुए चुनाव लड़ा। जिसकी वजह से आजम खान संवैधानिक रूप से सांसद नहीं रह सकते है। जयाप्रदा ने कहा कि निर्वाचन आयोग को उनकी सदस्यता शून्य घोषित करनी चाहिए।

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जयाप्रदा ने कहा कि सांसद पद से इस्तीफा देने की बात आजम खान कह चुके है, अगर वे इस्तीफा नहीं देते है तो उनके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि आजम खान ने रामपुर की जनता और चुनाव आयोग को धोखा दिया है। उन्होंने साल 2006 में सोनिया गांधी व जया बच्चन की सदस्यता समाप्त होने का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि 2006 में कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्षता सोनिया गांधी को लोकसभा से इस्तीफा ने देकर रायबरेली से फिर से चुनाव लड़ना पड़ा, क्योंकि सांसद होने के साथ-साथ वे राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के पद पर तैनात थी। वहीं 2006 में ही जया बच्चन राज्यसभा सांसद होने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष भी थी। जिस कारण उनकी सदस्यता भी समाप्त हो गई।

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बता दें कि इस बार जयाप्रदा ने भाजपा से रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। लेकिन जया प्रदा आजम खान से हार गई। आजम खान ने गठबंधन से चुनाव लड़ा। आजम खान को 5 लाख 59 हजार 177 वोट मिले थे। वहीं, जयाप्रदा को 4 लाख 49 हजार 180 वोट मिले। जयाप्रदा 1 लाख 9 हजार 997 वोटों से हरा दिया था। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी संजय कपूर को 35 हजार 9 वोट मिले थे।

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