यह भी पढ़ेंं: अपने गांव में 403 शौचालय बनवा कर जीता लोगों का दिल, 403 वोटों से ही बन गए गांव के प्रधान दरअसल, जिला पंचायत सदस्य पद हेतु वार्ड संख्या 31 से पीड़ित प्रतियाशी के बेटे ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा। मंगलवार रात जब आरओ ने जिला पंचायत सभागार में चुनावी परिणाम की घोषणा की तो हारे हुए प्रतियशी के पिता गुस्से से लाल हो गए। उन्होंने आनन फानन में आरओ की टेबल के पास जाकर बात की। लेकिन अचानक उनके दिमाग का पारा इस कद्र गर्म हुआ कि उन्होंने सभी अफसरानों के सामने ही आरओ को भद्दी-भद्दी गालियां देनी शुरू कर दीं। फिर जिला पंचायत परिसर से बाहर निकलरकर जिला पंचायत भवन में बैठ गए। बाद में पुलिस ने जाकर उन्हें समझाकर शांत कराया।
प्रतियाशी के पिता का आरोप है कि अफसरों ने दूसरे प्रतियाशी से साठगांठ करके उसे जीता दिया और मेरे बेटे को हरा दिया। जनता ने मेरे बेटे को वोट दिया पर इन्होंने बेईमानी करा दी। इस प्रकरण की जांच कराने के लिए उन्होंने आयोग समेत पीएम-सीएम के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। अगर इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने कोर्ट जाने तक की बात कही है।