दरअसल, रामपुर के डिब्बा गांव का रहने वाला 24 वर्षीय नवरीत सिंह की दो साल पहले शादी हुई थी। उसकी पत्नी ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रही है। वह भी अपनी पत्नी के साथ ऑस्ट्रेलिया में ही रह रहा था। हालांकि वह परीक्षा पास नहीं कर सका। जिसके कारण उसे वापस गांव लौटना पड़ा। जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले भी वह किसान आंदोलन में शामिल हुआ था। तीसरी बार अब वह किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल होने आया था। परिजनों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। वह अपने रिश्तेदारों के घर जाने की बात कहकर निकला था।
उधर, परिजनों और प्रदर्शनकारी किसानों का आरोप है कि नवरीत की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। वहीं रामपुर जिला अधिकारी आंजनेय कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि नवरीत की मौत हेड इंजरी के कारण हुई है। उसके सिर में कोई बुलेट नहीं मिला है। मौत का कारण हादसा है। गोली लगने से मौत नहीं हुई है।