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UP News: मच्छरों का प्रकोप बढ़ा! तीन प्रजातियां चूस रहीं खून, फैला रहीं खतरनाक बीमारियां

UP News In Hindi: रामपुर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। जिले में तीन प्रजातियों एडीज, एनाफिलीज और क्यूलैक्स की पहचान हुई है, जो डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया और फाइलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां फैला रही हैं।

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UP News: मच्छरों का प्रकोप बढ़ा! Image Source - Pexels

Mosquito Risk in UP: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में मच्छरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। मलेरिया विभाग के सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि जिले में तीन प्रमुख प्रजातियों के मच्छर सक्रिय हैं। घरों के अंदर और बाहर दोनों जगह इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है। यही मच्छर खतरनाक बीमारियां फैलाकर लोगों की सेहत बिगाड़ रहे हैं।

एडीज मच्छर: डेंगू और चिकुनगुनिया का वाहक

मलेरिया अधिकारी संजय सिंह चौहान के अनुसार, एडीज मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। ये पुराने टायर, कूलर, डिब्बों और खुले बर्तनों में भरे पानी में तेजी से ब्रीडिंग करते हैं। एडीज की दो प्रजातियां एजिप्टाई और एल्बोपिक्टस पहचानी गई हैं। इनके काटने से डेंगू, चिकुनगुनिया, जीका वायरस और इंसेफ्लाइटिस जैसी खतरनाक बीमारियां होती हैं।

क्यूलैक्स मच्छर: गंदे पानी में तेजी से पनपता है

क्यूलैक्स मच्छर रामपुर शहर में सबसे ज्यादा पाए गए हैं। ये गंदे और रुके हुए पानी में ब्रीडिंग करते हैं। इसकी चार प्रजातियां क्यूलैक्स पिपियंस, क्विनक्वेफासियाटस, विश्नुई और ट्राइटिनियोरिंकस की पहचान हुई है। इनके काटने से फाइलेरिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस और लगातार सूखी खांसी जैसी बीमारियां फैलती हैं।

एनाफिलीज मच्छर: मलेरिया का मुख्य कारण

एनाफिलीज मच्छर गड्ढों और टंकियों में जमा साफ पानी में पनपते हैं। इसकी तीन प्रजातियां स्टीफेंसाई, प्यूलीसिफेस और गैंबी पाई गई हैं। यह मच्छर मुख्य रूप से मलेरिया वाइवैक्स और फेल्सीपेरम जैसी बीमारियां फैलाते हैं। यही वजह है कि बरसात के मौसम में मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं।

मच्छरों से बचाव के उपाय

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मच्छरों से बचाव के लिए सतर्क किया है।

शरीर को पूरी तरह ढककर रखें और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगवाएं। पानी की टंकियों और बर्तनों को ढककर रखें। आसपास की सफाई बनाए रखें और पानी जमा न होने दें।

प्रशासन ने किया अलर्ट

मलेरिया विभाग का कहना है कि मच्छरों की तीनों प्रजातियां जिले में सक्रिय हैं और बीमारियों का खतरा बढ़ा रही हैं। लोगों को सावधानी बरतने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की गई है।