दरअसल भारतीय जनता पार्टी के नेता आकाश सक्सेना ने समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान की जोहर यूनिवर्सिटी में बने भवनों की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि सेस जमा नहीं किया गया है। शिकायत पर जांच हुई तो पता चला कि यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग के एवज में लगाए गए सेस की रकम को जमा नहीं कराया गया है। इसके बाद श्रम विभाग ने 1.37 करोड रुपए सेस लगाकर यूनिवर्सिटी को रकम जमा कराने के निर्देश दिए थे लेकिन इसके बाद भी आजम खान की ओर से सेस जमा नहीं कराया गया था। इस मामले में श्रम विभाग ने अर्थदंड मय ब्याज वसूले जाने के आदेश दिए थे लेकिन नोटिस के बाद भी वह रकम जमा नहीं करा रहे थे। पिछले वर्ष जनवरी में विश्वविद्यालय के दो भवन सील कर दिए गए थे और सीलिंग की कार्रवाई के बाद अब आजम खान ने 1.37 करोड रुपए श्रम विभाग में जमा कराएं हैं।