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‘अभी खामोशी है, जल्द शोर आएगा…’ निकाय चुनाव में अब्दुल्ला आजम का पहला भाषण, CM-PM का नहीं लिया नाम

UP Nikay Chunav: अब्दुल्ला आजम काफी समय से सार्वजनिक मंचों पर नहीं दिख रहे थे। उन्होंने गुरुवार शाम जनसभा को संबोधित किया।

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Abdullah ex mla

अब्दुल्ला आजम को सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता चली गई।

निकाय चुनाव में रामपुर में पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम भी उतर गए हैं। मिलक नगर पालिका में सपा के लिए जनसभा करते हुए उन्होंने कहा कि ये मौका है, इसे जाने मत देना। स्वार के पूर्व विधायक अब्दुल्ला ने इस दौरान ये भी कहा कि उनको और उनके परिवार को साजिशों का शिकार बनाया गया है। हालांकि उन्होंने इस दौरान सीधे तौर पर ना तो सीएम योगी का नाम लिया ना ही पीएम पर हमला बोला।


अल्लाह ने ओहदा दिया, उसी ने ले लिया: अब्दुल्ला
अब्दुल्ला ने अपने भाषण में अपने और अपने पति आजम खान के खिलाफ मुकदमों को लेकर सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जेलों में मैंने अपने मां और बाप को रोता हुआ देखा। बहुत मुश्किल वक्त था लेकिन फिर भी कभी नहीं सोचा कि अपने लोगों से गद्दारी करूं।

अब्दुल्ला ने कहा, ''हम किन हालात में जिंदा हैं, उसके आप लोग गवाह हैं। कुछ नहीं छुपा है आपकी आंखों से, हर रोज, हर लम्हा जलील किए जाते हैं। जिल्लत का घूंट पीना पड़ता है हमें, टीवी पर अखबारों पर गालियां खानी पड़ती हैं। हमारे घर की औरतों को, मिलने वालों को जानें किस गुनाह की किस खता की सजा दी जा रही है, हमें नहीं पता है। जिस खानदान पर 151 का मुकदमा नहीं था। आज आज उस पर 300 मुकदमे लाद दिए गए हैं।"


कोई एक रुपए के कमीशन का आरोप नहीं लगा सकता
अब्दुल्ला ने कहा कि वो 2 बार विधायक रहे। दोनों बार साजिश के तहत हटा दिए गए लेकिन लोगों का प्यार आज भी बरकरार है। लोगों का प्यार ही है कि उनका हौसला बना हुआ है। उन पर कोई एक रुपए के कमीशन का आरोप नहीं लगा सकता है। कोई एक आने का इल्जाम लगा दे तो चेहरा नहीं दिखाऊंगा।

मायूस नहीं होना है, ये वक्त गुजर जाएगा: अब्दुल्ला
अब्दुल्ला ने कहा कि मायूस नहीं होना है। बुरा वक्त है लेकिन बदल जाएगा। अभी खामोशी है, जल्द शोर आएगा, उनका वक्त है, हमारा दौर आएगा। बस हम सबको बिना मायूस हुए एकता से रहना है। मजहब और बिरादरी के लिए लड़कर आपस के रिश्ते खराब मत करो। कुछ लोग अपनी सियासत के लिए तुम्हें लड़ाना चाहते हैं, उनको कामयाब मत होने दो।


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