
(रांची): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झारखंड की धरती से दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत की शुरूआत की। रांची के प्रभात तारा मैदान से पीएम मोदी ने इस योजना का आगाज किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने जब जनता को संबोधित करने के लिए अपना मुंह खोला तो सभी भौंचक्के रह गए। दरअसल पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करने के लिए क्षेत्रिय भाषा का प्रयोग किया। वहां मौजूद लोगों ने अपनी ही भाषा में जब प्रधानमंत्री को बात करते देखा तो उन्हें बहुत हर्ष हुआ। पीएम मोदी ने कुछ इस तरह अपने भाषण की शुरूआत की...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत नागपुरी (सादरी भाषा)बोल कर किया। उन्होंने सादरी भाषा में अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा कि झारखंड कर माटी में हमर भाई आउरबहिन के नमन करत हों, नमन करत हों झारखंड के महान बिरसा मुंडा कर। जोहार है भाई मन के और बहिनमन के। मोंय बिरसा मुंडा की धरती पर आइज आय हों। मोंय दुनिया कर सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत कर उद्घाटन झारखंड कर धरती से करत हों। एकर से झारखंड कर देश भर में नाम होई। जोहार। इसके साथही उन्होंने मिशन 2019 के पहले एक बार फिर रांची आने का वायदा भी किया।
पीएम को पेटिंग भेंट करने आयी छात्रा को होना पड़ा निराश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रभात तारा मैदान में सुनने पहुंची एक छात्रा को निराश होकर लौटना पड़ा। दरअसल वह प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें पेटिंग भेंट करना चाहती थी। रांची के रातू रोड की डिम्पी नाम की छात्रा सभा स्थल तक पहुंची, लेकिन डिम्पी को प्रधानमंत्री के सुरक्षा गार्ड ने रोक दिया। डिम्पी के हाथ में नरेंद्र मोदी की तस्वीर थी, जिसे डिम्पी ने खुद अपने हाथों से बड़े अरमान से बनाया था। मोदी की तस्वीर में बड़े ही प्यार से रंग भरा, लेकिन डिम्पी के अरमानों के रंग भी गार्डों के आके फीके पड़ गए। डिम्पी रांची मारवाड़ी कॉलेज में बायोटेक की छात्रा है।
Published on:
23 Sept 2018 08:32 pm
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