ज्योतिषी जोशी ने कहा कि हिंदी वर्णमाला हो या अंगे्रजी के शब्द। अक्षर का बड़ा महत्व है। अक्षर के महत्व को जो जान गया, वह सुबह से लेकर शाम व दोपहर से लेकर रात तक लगतार सफलता पाता रहता है। अगर सफलता पाना है तो नाम के महत्व को जानना होगा। ज्योष्ठ मास में भगवान विष्णु व महादेव की आराधना होती है। इन दो नाम को जिनने साध लिया, वे कभी असफल नहीं होते हैं।
सबसे पहले अंंगे्रजी का ए या हिंदी का अ सबसे पहले बात करते है अंगे्रजी के ए या हिंदी के अ अक्षर की।
मंगल का प्रतिनिधि वाला ये अक्षर स्वाभाव से उग्र लेकिन अपने हित साधने में चतुर होता हैं। एेसे लोगों की या इस अक्षर वालों की याददाश्त अन्य के मुकाबले काफी बेहतर होती है। इनको किसी भी जगह हराना मुश्किल होता है।
अंगे्रजी का एच या हिंदी का ह अंगे्रजी में एच या हिंदी में ह अक्षर
राहु का प्रतिनिधित्व होता है। राहु अक्षर से प्रभावित लोग स्वभाव में कुटिल, अधिक चतुर होते हैं। एेसे लोग किसी भी
कार्य को करने से पहले 100 बार विचार करते है। इसलिए इनको हराना सबसे मुश्किल काम होता है।
अंगे्रजी का एस या हिंदी का स अंगे्रजी का एस या हिंदी का स अक्षर का प्रतिनिधित्व
शनि होता है। भारतीय ज्योतिष में शनि को न्याय का देवता कहा गया है। एेसे में ये लोग न्याय या सत्य के लिए अंतिम समय तक संघर्ष करते है। इनके संघर्ष की प्रवृति के चलते इनको हराना किसी के लिए संभव नहीं होता है।
अंगे्रजी का वी या हिंदी का व अंगे्रजी में वी नाम से शुरू होने वाले या हिंदी में व अक्षर से शुरू होने वाले नाम के लोग का प्रतिनिधित्व देत्याचार्य शुक्र होता है। शुक्र को सबसे तेज दिमाग का कहा जाता है। इस नाम वाले अगर भावुकता में न आए तो संसार में इनको कोई नहीं हरा सकता है।
अंगे्रजी का एन या हिंदी का न अंगे्रजी का एन या हिंदी का न का स्वामी भी मंगल होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी न से शुरू होता है। इस अक्षर वाले जीवन में कड़ा संघर्ष करके अपना मुकाम बनाते है। इनको हराना सबसे टेढ़ी खीर होता है।
अंगे्रजी का जे या हिंदी का ज अंगे्रजी अक्षर जे या हिंदी के अक्षर ज से नाम शुरू होने वाले लोगों का स्वामी सूर्य के बेटे शनि है। ज्योतिष में शनि को सबसे अधिक क्रूर ग्रह माना गया है। ये न्याय के लिए अंतिम समय तक लड़ता रहता है। एेसे में इस नाम के लोग जीवन में किसी से पराजित नहीं होते है। इसलिए इनको हराना आसान नहीं होता है।
अंगे्रजी का के या हिंदी का क अंगे्रजी में के या हिंदी में क अक्षर से शुरू होने वाले लोगों के उपर भगवान गणपति की विशेष छत्रछाया होती है। एेसे लोग चतुर के साथ-साथ अपना कार्य निकलले के लिए धुर्त तक होते है। इसलिए एेसे लोगों को हराना आसान न होता है।