
साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 197966 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार मनोज चावला को 80821 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि बीजेपी उम्मीदवार जितेंद्र थावरचंद गहलोत को 75373 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 5448 वोटों से चुनाव हार गए थे।
साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में आलोट विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार जितेंद्र थावरचंद गहलोत ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 73449 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अजीत प्रेमचंद गुड्डू को 65476 वोट मिल पाए थे, और वह 7973 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे।
साल 2008 में आलोट विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार मनोहर ऊंटवाल को कुल 58830 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 50263 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 8567 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे।
राजनीतिक इतिहास
आलोट सीट पर 1990 के बाद की राजनीति को देखें तो यह सीट ज्यादातर बीजेपी के कब्जे में रही है। 1990 में पहली बार थावरचंद गहलोत ने यहां से जीत हासिल की। 1993 में भी वह विजयी रहे. 1998 में भी यह सीट बीजेपी के पास रही और मनोहर ऊंटवाल ने चुनाव जीत लिया. 2003 में कांग्रेस ने उम्मीदवार बदलते हुए प्रेमचंद गुड्डू को मैदान में उतारा और पार्टी ने लंबे इंतजार के बाद बीजेपी से यह सीट झटक ली। तब के चुनाव में आलोट सीट पर कुल 1,93,985 वोटर्स थे जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,00,161 थी तो महिला वोटर्स की संख्या 93,815 थी. इसमें कुल 1,61,105 (84.3%) वोट पड़े. NOTA के पक्ष में 2,450 (1.3%) वोट आए।
Updated on:
04 Dec 2023 12:21 pm
Published on:
05 Nov 2023 02:17 pm
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