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बस हादसों के बाद भी नहीं ले रहे सबक, तेज गति से चला रहा था चालक बस, जाने क्या हुआ नतीजा

अनियंत्रित होकर बस खंभे में घुसी, तीन घायल, सागोद रोड पर जेएमडी पैलेस के पास हुआ हादसा

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रतलाम। दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र में सोगाद रोड पर जेएमडी पैलेस के पास मंगलवार दोपहर अनियंत्रित होकर बस खंभे से टकरा गई। दुर्घटना के दौरान बस में सवार तीन महिला यात्री घायल होकर जिला अस्पताल में भर्ती हुई है।
एसआई एवी खाका ने बताया कि जैन बस एमपी ४३ पी ०३९१ रतलाम से बजरंगढ के लिए चलती है। बस रावटी की तरफ से दोहपहर करीब तीन बजे आ रही थी। तभी अचानक तेज गति से लापरवाही पूर्वक चलाने से बस अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे में घुस गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आमजन की सहायता से घायल तीन महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यह महिला बस में आगे की तरफ बैठी थी। घायल महिलाओं में पलसोड़ी गांव निवासी धापू बाई (२५) पति भूपेंद्र पारगी, मुन्नीबाई (४५) पति बाबूलाल पारगी और जीवनी बाई (४६) पति कानजी पारगी है। तीनों ही एक गांव से रतलाम के लिए बस में सवार हुई थी। जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं दुर्घटना के तुरंत बाद मौके से चालक फरार हो गया। पलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ दुर्घटना में प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

तेज गति से चल रही थी बस

महिला यात्री धापू बाई ने बताया कि वह पलसोड़ा से बस में सवार हुए थे। बस में ड्राइवर की केबिन में वह और उसके साथ की महिलाए सवार हुई थी। बस चालक तेज गति से बस चला रहा था। इसी दौरान अचानक बस का स्टेयरिंग फेल हुआ और वह सड़क किनारे खंभे में घुस गई। चालक बस छोड़कर भाग निकला।

हादसे के बाद फिर टूटी आरटीओ की नींद बस व ट्रक पर की कार्रवाई

- झाबुआ-पेटलावद मार्ग पर परिवहन अधिकारी ने बनाए ओवरलोड वाहनों के चालान

रतलाम. मंदसौर में हुए बस हादसे के बाद एक बार फिर परिवहन विभाग के अमले की नींद टूटी है। अधिकारी व अमला अब अगले पंद्रह दिनों तक लगातार अभियान चलाकर शहर सहित ग्रामीण अंचलों में चलने वाली बसों की जांच करेंगे। इसके चलते पहले दिन मंगलवार को पांच बसों को रोक उनकी जांच कर ओवर लोडिंग पाए जाने पर उन पर चालानी कार्रवाई की। इसके साथ ही अमले ने रास्ते से गुजर रहे मैजिक वाहन व ट्रकों के भी चालान काटे।

परिवहन विभाग ने यह कार्रवाई झाबुआ-पेटलवाद मार्ग पर पहुंचकर की। अमले ने मार्ग से गुजर रहे ट्रक व बसों के साथ छोटे सवारी वाहनों को रोका और उनकी जांच कर ओवरलोड पाए जाने पर चालान काटे। जांच के चलते आरटीओ ने दस बसों को रोका था, इनमें से पांच की छत पर सामान होने के साथ उनके भीतर क्षमता से अधिक यात्री नजर आए। इसी प्रकार दो सवारी मैजिक वाहन के साथ कुछ ट्रकों की जांच कर उनके भी नियमों के विपरीत चलते नजर आने पर कार्रवाई की।
हादसे के बाद आई याद

परिवहन विभाग को हर बार बसों की जांच की याद किसी हादसे के बाद ही आती है। साल की शुरुआत में इंदौर में डीपीएस स्कूल बस हादसा हुआ तो आरटीओ ने मुहिम चलाकर स्कूल बसों पर कार्रवाई की और अब मंदसौर में हादसा हुआ तो शासन से निर्देश मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर निजी यात्री बसों की जांच की कार्रवाई शुरू कर दी। विभाग के अधिकारी के अनुसार बसों की जांच का यह अभियान अगले पंद्रह दिनों तक जारी रहेगा।
इधर कार्रवाई, उधर ओवरलोड

आरटीओ ने भले ही दिन में पेटलावद मार्ग पर जाकर बसों की जांच कर उनके चालान बनाए है, लेकिन उसके बाद भी मार्ग से गुजरने वाले वाहनों में ओवर लोडिंग का दौर जारी रहा। दोपहर करीब २.३५ बजे संत रविदास चौक पर खड़ी गुर्जर बस एमपी ४३ पी ०३९१ में सवारी के साथ इसके ऊपर सामान काफी मात्रा में रखा नजर आया। बिजली के तारों के नीचे खड़ी इस बस में सामान भी इस हद तक रखा गया था कि इसके पास से गुजर रहे बिजली के तारों और सामान में मामूली सा फासला नजर आया। यदि तेज हवा चल जाती तो यह तार बस पर रखे सामान को छू सकते थे। एेसे में बडे़ हादसे की आशंका भी यहां बनी नजर आई, लेकिन बस चालक व क्लीनर के लिए यह सामान्य बात है, क्यो कि दिनभर में यहां से चलने वाली कई बसों के हाल कुछ एेसे ही नजर आते है। एेसा ही नजर त्रिपोलिया गेट पर खड़ी झाबुआ जाने वाली में भी नजर आया। उसके ऊपर भी बड़ी मात्रा में सामान रखा हुआ था।
इनका कहना है

पांच बसों के बनाए चालान
- भोपाल से निर्देश मिले है, उसके चलते जांच अभियान शुरू किया है। अगले पंद्रह दिनों तक लगातार बसों की जांच की जाएगी। पहले दिन पांच बसों के चालान बनाए गए है। सभी बसें झाबुआ-पेटलावद मार्ग से गुजर रही थी, जिनके ऊपर बड़ी मात्रा में सामान भी रखा हुआ था।

जया वसावा, आरटीओ