
गुलाब चक्कर को निखारने की शुरू हुई कवायद
रतलाम। पुराने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गुलाब चक्कर में जीर्णोद्धार की कवायद शुरू हो गई है। कलेक्टर के निर्देशन में पुरातात्विक विभाग द्वारा इसका काम कराया जा रहा है। इसे लेकर यहां स्थित मूर्तियों सहित अन्य बेशकीमती सामान को स्थानांतरित करने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही इसकी मरम्मत का काम पूरा हो जाएगा और यह नए निखरे स्वरूप में नजर आने लगेगा।
गुलाब चक्कर की सूरत को बदलने के लिए इसके अंदर के सभी सामान और मूर्तियों को यहां से हटाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए श्रमिकों की पूरी टीम लगाई गई है। इन श्रमिकों के भी यहां रखी मूर्तियों और बेशकीमती सामग्री को उठाने में पसीने छूट रहे है। दरअसल यहां जो पत्थरों पर बनी कलाकृतियां और मूर्तियां रखी हुई है, वह इतनी भारी भरकम है कि आठ लोग मिलकर भी उसे ठीक से उठा नहीं पा रहे है।
पुराने कलेक्ट्रेट में रख रहे सामग्री
गुलाब चक्कर को खाली किए जाने के दौरान यहां रखी मूर्तियों के साथ अन्य बेशकीमती सामान को यहां से उठाकर पुराने कलेक्टर कार्यालय परिसर के पीछे के हिस्से में सुरक्षित तरीके से रखा जा रहा है। यहां सभी सामान रखे जाने के बाद गुलाब चक्कर के अंदर मरम्मत के साथ अन्य काम शुरू किया जाएगा। यहां काम पूरा होने के बाद अधिकारियों द्वारा वस्तु स्थिति का जायजा लेने के बाद यहां से हटाए गए सामान को फिर से यहां पर रखा जाएगा।
पुरातत्व विभाग के है अधीन
गुलाब चक्कर पुरातत्व विभाग के अधीन है। एेसे में यहां की देख-रेख और रख-रखाव का जिम्मा भी विभाग के ऊपर ही है। हर वर्ष यहां परिसर में प्रशासन द्वारा कोई न कोई आयोजन कराया जाता है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। लंबे समय से इसकी मरम्मत को लेकर चर्चा चल रही थी जिस पर अब जाकर अमल हो रहा है।
Published on:
01 Feb 2022 04:43 pm
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