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रतलाम

VIDEO-संकट में अन्नदाता: खेतों में तैर रही कटी-पकी सोयाबीन

रतलाम। वर्षा नहीं होने पर जमीन प्यासी किसानों को भविष्य की चिंता, अतिवृष्टि में कटी-पकी फसलों में जल भराव दुखदायक साबित हो रहा है। गुरुवार दोपहर में अंचल में हुई जोरदार बारिश ने कई किसानों के खेतों को तालाब में तब्दिल कर दिया। किसान एक तरफ खेत से पकी-कटी सोयाबीन घर लाने की तैयारी कर रहा था, बारिश ने हकीकत ख्वाब बना दी और मेहनत से पकाई फसल पर पानी फेर दिया।

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समीपस्थ ग्राम सिखेड़ी, भदवासा में हालात यह हो गए कि कटी हुई सोयाबीन को बचाने के लिए किसान ने मजदूर लगाकर पानी भरे खेत से बाहर निकालकर मेढ़ पर डलवा रहे तो कोई पलंग का सहारा लेकर जलमग्न को बचाने की जुगत कर रहा है। किसान कौशल शर्मा, राजेश चौधरी का कहना है कि आधे से ज्यादा जमीन पर पानी भरा हुआ है। पानी सूखे तो तब फसल कटेगी, मजदूरी भी संकट के समय 600 से 700 तक बढ़ गई है, इसके बाद भी समय पर मजदूर नहीं आ रहे।

उत्पादन पर पड़ेगा फर्क
भदवासा के सुरेंद्र पाटीदार ने कहा कि 5 बीघा सोयाबीन लगा खेत तालाब जैसे नजर आने लगा है। फसल पूरी तरह पानी में डूबी हुई है, निकलना भी मुश्किल हो रहा है। कम से कम चार से पांच दिन तक पानी सूखने का इंतजार करना पड़ेगा, तब जाकर जो भी फसल बचेगी काटेंगे, बाकि तो नष्ट हो गई। भदवासा के किसान प्रकाश मेहता ने बताया कि मैने 9560 व 7322 किस्म की सोयाबीन लगाई थी, पक चुकी है लगातार बारिश से नष्ट होने की स्थिति में पहुंच चुकी है। किसानों का कहना है कि बारिश के कारण सोयाबीन उत्पादन भी फर्क पड़ेगा। करीब ढाई से तीन क्विंटल बीघा तक के उत्पादन मिल रहा है, अब वह भी नहीं आएगा। कोई पानी सूखने का इंतजार कर रहे हैं, जो ज्यादा पक गई है वह किसान कीचड़युक्त खेत से समेटकर मेढ़ पर सूखने के लिए निकाल रहे हैं।

उदड़़े में एक बीघा की कटाई 2200 रुपए
किसानों का कहना है कि भदवासा में पहले भी कम वर्षा से नुकसान हुआ, अब अतिवृष्टि ने सबकुछ नष्ट कर दिया, खेतों में पानी भरा हुआ फसल कैसे निकाले। कटाई एक दिन मजदूरी 600-700 रुपए तक हो गई, एक बीघा में 4 मजदूर ओर उदड़े में 2200 रुपए बीघा ले रहे है। एक तरफ किसान नुकसान झेल रहा है, वहीं दूसरी तरफ पटवारी हड़ताल पर होने से सर्वे तक नहीं हो पाया।

कृषि अमला कर रहा सर्वे
उपसंचालक कृषि नीलमसिंह चौहान ने बताया कि विकासखंड स्तर पर कृषि अधिकारी सर्वे कर रहे हैं। रतलाम ग्रामीण के लिए भी अधिकारियों के मौके पर पहुंचकर स्थिति का आंकलन करने के निर्देश दिए है।