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Indian Railway : करोड़ों रेल यात्रियों को खुश कर देगी यह खबर, देखें VIDEO

रतलाम रेल मंडल में दो अहम प्रोजेकट पर काम चल रहा है। इन दोनों प्रोजेकट में गति आने से करोड़ों रेल यात्री खुश हो गए है।

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The face of Jhalawar railway station will change with Rs 16 crores

झालावाड़ रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म विस्तार के तहत निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।

रतलाम। रतलाम रेल मंडल में दो अहम प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इन दोनों प्रोजेक्ट में गति आने से करोड़ों रेल यात्री खुश हो गए है। एक तरफ रतलाम - नीमच दोहरीकरण का काम चल रहा है तो दूसरी तरफ रतलाम रेल मंडल के नीमच - बड़ी सादड़ी रेल लाइन के काम की शुरूआत होने जा रही है।

शहर के बघाना क्षेत्र से बड़ी सादड़ी वाया छोटी सादड़ी के नए रेल मार्ग को रेल मंत्रालय की स्वीकृति मिलने के बाद अब विकास का रास्ता साफ हुआ है। करीब 4 अरब 95 करोड़ की लागत से नई लाइन का काम होना है। 48 किलोमीटर का यह मार्ग विद्युतीकरण वाला रहेगा। रेल लाइन से दोनों क्षेत्रों का सीधा संपर्क हो सकेगा। इसके लिए काम की शुरुआत की तैयारी की जा रही है।

लंबे समय से उठ रही मांग पर रेल मंत्रालय ने की मंजूरी के बाद अब व्यापारी, किसान से लेकर रोजगार तक के अवसरों में सुविधा बढ़ेगी। मंजूर राशि से अब जल्द नीमच से लेकर बड़ी सादड़ी तक 48 किमी की लंबी रेल लाइन डाली जाएगी। इस राशि में से सिविल इंजीनियरिंग से जुड़े काम की लागत 3 अरब 70 करोड़ 11 लाख रुपए रहेगी। इसी तरह इंडिटी इंजीनियरिंग से जुड़े काम 41 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से होंगे। इलेक्ट्रिफिकेशन संबंधी काम 18 करोड़ 90 लाख व ओएचई 64 करोड़ 42 लाख रुपए रहेंगे।

कोरोना के पहले हुआ भूमिपूजन

48 किमी नई विद्युतीकृत रेल लाइन को 2017 में मंजूर किया व 26 फरवरी 2019 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने इसका भूमि पूजन किया। पहले इस कार्य को रतलाम मंडल करने वाला था, अब इस कार्य को उत्तर-पश्चिम रेलवे, अजमेर मंडल कर रहा है। इसकी एक बड़ी वजह 48 किमी लंबी में मध्यप्रदेश का हिस्सा मात्र 9 किमी और शेष हिस्सा 39 किमी राजस्थान में है। इसमें 7 बड़े एवं 57 छोटे बिज प्रस्तावित है। तीन साल में काम पूरा करने का लक्ष्य है। पहले फेज में 21 किलोमीटर का वर्क आर्डर जारी हुआ है यानी बड़ीसादड़ी से बरवाड़ा गुर्जर तक काम इस महीने के अंत तक शुरू होगा।

बनेंगे पांच नए स्टेशन

इस रेल लाइन से नीमच से लेकर छोटी - बड़ी सादड़ी क्षेत्र के लाखों लोगों के समय और किराए में भी बचत होगी। रेलवे परिवहन परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण साधन है। रेल को गरीब का रथ कहा जाता है, क्योंकि इस महंगाई के जमाने में बस के किराए से भी आधा ही किराया ट्रेन का चुकाना पड़ता है। बड़ीसादड़ी से नीमच रेलवे ट्रैक का कार्य पूर्ण होने से सामरिक, व्यापारिक, धार्मिक, आर्थिक, रोजगार की दृष्टि से काफी फायदा मिलेगा। बड़ीसादड़ी व नीमच के बीच पांच नए स्टेशन बनेंगे।

ये लाभ होगा इससे

नीमच में सीआरपीएफ की छावनी है। राजस्थान से लगती पाकिस्तान सीमा पर तनाव के समय नीमच से जवानों व सामान को मारवाड़ में भेजने के लिए सीधा व सुगम मार्ग हो जाएगा।

अभी नीमच से उदयुपर तक की दूरी 121 किमी तय करनी होती है। इस लाइन के बिछने के बाद बड़ीसादड़ी, मावली होकर रेल जाएगी, यह सफर 30 किमी कम हो जाएगा।

नीमच में कृषि उपज मंडी सहित नारकोटिक्स विभाग का कार्यालय होने से छोटीसादड़ी, बड़ीसादड़ी, कानोड़, भींडर सहित मावली तक के किसानों को आवागमन में सुविधा मिलेगी।

मालवा से मेवाड़, मारवाड़ सहित मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात में आवागमन सुलभ हो जाएगा।

प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्रीनाथजी, रामदेवरा व नाकोड़ाजी तक जाना आसान होगा।

राजस्थान-मध्यप्रदेश, गुजरात की सामाजिक और राजनीतिक कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी।

स्टोन सिटी बिनोता में पत्थर की खदानें होने की वजह से माल लाने और ले जाने में भी सुविधा रहेगी।