दो मे ये पहली ये रहेगी सौगात असल में लंबे समय से नागदा एंड की तरफ यार्ड को रतलाम-बडऩगर-इंदौर रेल लाइन से जोडऩे का कार्य चल रहा है। ये कार्य अंतिम चरण में है। इस कार्य के होने के बाद दिल्ली, अजमेर , उदयपुर , जयपुर , अमृतसर आदि स्थान से कोटा-नागदा के रास्ते उज्जैन होकर इंदौर जाने वाली ट्रेन व कोटा के रास्ते नागदा से उज्जैन होकर भेपाल तरफ जाने वाली ट्रेन को रतलाम लाकर बडऩगर-फ तेहाबाद के रास्ते इंदौर भेजा जा सकेगा। इससे एक तरफ जहां यात्रियों को कम समय में उज्जैन व इंदौर पहुंचने की सुविधा मिलेगी वही दूसरी तरफ नागदा में जो इंजन का परिवर्तन होता है वो कार्य भी नहीं करना होगा।
दूसरा बड़ा काम फतेहाबाद-उज्जैन आमान परिवर्तन दूसरा बड़ा काम नए वर्ष में फतेहाबाद-उज्जैन रेलखंड का आमान परिवर्तन की शुरुआत का होगा। करीब २८ किमी इस रेल लाइन के निर्माण कार्य की शुरुआत करने जुलाई माह में रेलमंत्री के आने का कार्यक्रम था। अब डीआरएम इसी माह इस सेक्शन का निरीक्षण करने जा रहे है। यहां निरीक्षण के बाद निर्माण कार्य की शुरुआत हो व काम में गति आए इसके प्रयास होंगे। इसके लिए मंडल में निरीक्षण कार्य को अंतिम रुप दिया जा रहा है। डीआरएम ने शुक्रवार सुबह पैसेंजर यार्ड व यार्ड क्षेत्र में नागदा एंड की तरफ हो रहे रिमोडलिंग कार्य का निरीक्षण किया है। इसमें काम में गति लाए जाने की बात भी कही गई है। ये काम होने के बाद सीआरएस की मंजूरी ली जाएगी।
जल्द प्रयास मिले सुविधा यार्ड रिमोडलिंग कार्य का निरीक्षण किया है। प्रयास है कि दो प्रमुख योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द यात्रियों को दिलाया जाए। – आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल