मध्यप्रदेश में माफिया के खिलाफ चल रही कार्रवाई में उसका वैभवशाली करोड़ों का बंगला तोड़ दिया गया और 250 करोड़ रुपए के कब्जे की भूमि को भी प्रशासन ने छीनकर ट्रस्ट को सौंप दी। शफी विदेश में बैठकर अभी भी अपने गुर्गों के जरिए कारोबार संचालित कर रहा है।
20 वर्ष से फरार तस्कर का वैभव देख चकित रह गए अफसर, विदेश में बैठकर ऐसे चलाता है करोड़ों का कारोबार,20 वर्ष से फरार तस्कर का वैभव देख चकित रह गए अफसर, विदेश में बैठकर ऐसे चलाता है करोड़ों का कारोबार,20 वर्ष से फरार तस्कर का वैभव देख चकित रह गए अफसर, विदेश में बैठकर ऐसे चलाता है करोड़ों का कारोबार
मंदसौर. मंदसौर में तस्करी के अवैध धंधे से करोड़ों का वारा-न्यारा करने वाले अंतरराष्ट्रीय तस्कर मोहम्मद शफी और उसके भाइयों को वैभव देखकर अफसर भी चकित रह गए। रेड कॉर्नर नोटिस के जरिए वांटेड कैटेगरी का तस्कर शफी विदेश में बैठकर अपना कारोबार चला रहा है। मंदसौर के बीचो-बीच स्थित भगवान पशुपतिनाथ ट्रस्ट की 250 करोड़ रुपए की जमीन पर भी उसने कब्जा कर लिया। मध्यप्रदेश में माफिया के खिलाफ चल रही कार्रवाई में उसका वैभवशाली करोड़ों का बंगला तोड़ दिया गया और 250 करोड़ रुपए के कब्जे की भूमि को भी प्रशासन ने छीनकर ट्रस्ट को सौंप दी। शफी विदेश में बैठकर अभी भी अपने गुर्गों के जरिए कारोबार संचालित कर रहा है।
कार्रवाई की जद में आया बंगला शहर के यातायात थाने के सामने वाली गली में था। ये बंगला शफी के भाई मोहम्मद अय्यूब के बेटे मोहम्मद इरफान और जफर इकबाल के नाम पर था लेकिन इसपर शफी के लोग ही काबिज थे। करोड़ों रुपए के अलीशान बंगले को प्रशासन ने जमींदोज कर दिया। इस भवन के भूति की रजिस्ट्री दोनों बेटों के नाम से तब हुई थी जब यह दोनों नाबालिग थे। यातायात थाने के सामने वाली गली में 5200 वर्ग फीट में बने बंगले का इंटीरियर (आंतरिक सजावट) देख कार्रवाई करने पहुंचे अफसर भी हतप्रभ भी रह गए। इनके निर्माण में उ’च गुणवत्ता के मार्बल फ्लोरिंग और सीलिंग में डिजाइर पीओपी टाइल्स का उपयोग किया गया था।
सीएसपी नरेंद्र सोलंकी ने बताया कि इस भवन के निमार्ण की अनुमति नगर पालिका से नहीं ली गई थी। कार्रवाई को रोकने के लिए आरोपियों ने कोर्ट में आवेदन भी लगाया था, जिस पर नगरपालिका की ओर से जवाब दायर किया गया। मकान के वैध कागजात नहीं होने से आरोपियों को कोर्ट से राहत नहीं मिल पाई है।
एएसपी मनकामना प्रसाद ने बताया कि अन्य माफिया के भवनों को चिह्ंित करने का काम जारी है। जो-जो भी अवैध भवन सामने आ रहे है। उनको नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी। यातायात थाने के सामने स्थित भवन को तोडऩे की कार्रवाई सुबह 11 बजे से शुरू हुई, जो देर रात तक जारी रही। नगर पालिका के अधिकारियों ने बताया कि इस भवन के निर्माण की अनुमति नहीं ली गई थी, जिसके चलते इसे अवैध मानते हुई कार्रवाई की गई।