
नीमच से रतलाम तक रेलवे के चल रहे दोहरीकरण का काम काफी तेज गति से चल रहा है। तीन चरणों में एक साथ रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण का काम किया जा रहा है। नीमच से मल्हारगढ़ तक व रतलाम से नामली तक अर्थवर्क पूरा हो गया है। इधर नीमच से मल्हारगढ़, जावरा में कर्मचारियों के आवास निर्माण पूरा होने की कगार पर है तो नए प्लेटफॉर्म के निर्माण में भी तेजी आ गई है।
बनेंगे 6 नए रेलवे स्टेशन
रेलवे ने नीमच से रतलाम तक के दोहरीकरण कार्य की मंजूरी 2021 सितंबर में दी थी। तब 1085 करोड़ रुपए इस योजना में मंजूर किए थे। नीमच से रतलाम तक इस योजना में नामली, जावरा, मंदसौर, मल्हारगढ़, नीमच आदि मिलाकर 6 नए रेलवे स्टेशन बनने थे। इसके पूर्व चित्तौडगढ़ से चंदेरिया होते हुए जावद रोड-नीमच तक का दोहरीकरण कार्य रेलवे पूरा कर चुकी है। इस दिसंबर तक रेलवे ने नीमच से मल्हारगढ़ व रतलाम से नीमच, मंदसौर से दलौदा तक के अर्थवर्क को पूरा करने लक्ष्य लिया है।
दिसंबर 2025 तक काम पूरा होने का दावा
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार अब तक अर्थवर्क में 80 प्रतिशत तक काम पूरा कर लिया है, इसको इस माह के अंत तक 20 प्रतिशत बकाया काम भी पूरा कर लेंगे। पश्चिम रेलवे के निर्माण विभाग के आला अधिकारी पहले ही इस बात को दोहरा चुके है कि तय डेड लाइन दिसंबर 2025 तक काम पूरा करने का लक्ष्य है। इसके पूर्व इस कार्य को पूरा किया जाएगा। नीमच व मंदसौर के रेलवे स्टेशन को अमृत योजना में शामिल किया जा चुका है। दोहरीकरण के लिए जरूरत अनुसार रतलाम से लेकर मंदसौर व नीमच से लेकर मल्हारगढ़ - पिपलियामंडी के बीच ब्लॉक लेकर भी काम किया जा रहा है। इसमें बिजली, अर्थवर्क, रेल पटरी डालना, नए प्लेटफॉर्म बनाना, कर्मचारियों के लिए आवास बनाना, सिग्नल लगाना जैसे महत्वपूर्ण कार्य हो रहे है। इसके बाद नए आधुनिक पैनल लगाने का कार्य शुरू होगा।
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Updated on:
07 Dec 2023 03:52 pm
Published on:
07 Dec 2023 03:43 pm
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