रतलाम जीएफसी स्टार रेटिंग में पिछड़ा, मांगी 5 स्टार रेटिंग, मिली 0
आवास व अर्बन मंत्रालय ने जीएफसी (कचरा मुक्त शहर) की सूची जारी कर दी है। इसमे रतलाम नगर निगम ने 5 स्टार के रेटिंग लिए दावा किया था, लेकिन शहर इसमे पिछड़ गया। प्रदेश में इंदौर एक बार फिर नंबर एक पर है। जबकि इस सूची में धार्मिक नगरी उज्जैन का भी नंबर है। वहीं, कई छोटे शहरों ने सुधार दर्ज कराया है, रतलाम नगर निगम ने भी लाखों रुपए कचरा प्रबंधन पर खर्च कर दिए, लेकिन जारी सूची ने तमाम दावों की पोल खोल दी है, शहर की रेटिंग में कुछ सुधार की उम्मीद भी धरी रह गई है।
रतलाम जीएफसी स्टार रेटिंग में पिछड़ा, मांगी 5 स्टार रेटिंग, मिली 0
रतलाम. आवास व अर्बन मंत्रालय ने मंगलवार को जीएफसी (कचरा मुक्त शहर) की सूची जारी कर दी है। इसमे रतलाम नगर निगम ने 5 स्टार रेटिंग के लिए दावा किया था, लेकिन शहर इसमे पिछड़ गया। प्रदेश में इंदौर एक बार फिर नंबर एक पर है। जबकि इस सूची में धार्मिक नगरी उज्जैन का भी नंबर है। वहीं, कई छोटे शहरों ने सुधार दर्ज कराया है, रतलाम नगर निगम ने भी लाखों रुपए कचरा प्रबंधन पर खर्च कर दिए, लेकिन जारी सूची ने तमाम दावों की पोल खोल दी है, शहर की रेटिंग में कुछ सुधार की उम्मीद भी धरी रह गई है।
इस दिन से बदलेगा आपके शहर में वेदर, होगी झमाझम बारिश आवास व अर्बन मंत्रालय ने मंगलवार दोपहर 12 बजे कचरा निष्पादन की सूची जारी की है। 1, 3 व 5, स्टार के लिए दावा किया जा सकता था। रतलाम नगर निगम ने 5 स्टार रेटिंग के लिए दावा किया था। इसके लिए दिसंबर में सर्वे हुआ था, उसके आधार पर शहर को साफ शहरों के लायक नहीं माना गया। रेटिंग हासिल करने के लिए कचरा कलेक्शन के तरीके में बदलाव किया था। गीला-सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित कर ने शुरुआत की थी। स्वच्छता जागरूकता के लिए सेल्फी पाइंट बनाए थे। दीवारों को पर चित्रकला की गई थी, रेटिंग में सुधार के लिए प्रतियोगिता आयोजन भी किया था।
हो गया निर्णय, इस दिन से चलेगी ट्रेन, यह रहेगा तरीकाउपयोग नहीं करने से रतलाम 5 स्टार में पिछड़ा कचरा मुक्त शहरों की रेटिंग का रिजल्ट मंगलवार को जारी हुआ। इसमें रतलाम को ५ स्टार का सर्टिफिकेट नहीं मिल सका। बहते नाले व गंदे पानी को साफ करने के लिए शुरू किए गए प्रोजेक्ट्स का सही समय पर पूरा नहीं होना शहर को भारी पड़ा। कचरा मुक्त शहरों के सर्वे में वेस्ट वाटर मैनेजमेंट पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया था। इस दिशा में काम तो शुरू हुआ, लेकिन पूरा नहीं हो पाया, जिसके कारण न तो शहर साफ हो पाया और न ही रतलाम 5 स्टार हासिल कर पाया। पिछडऩे के जो मुख्य वजह है, उसमें शहर से निकलने वाले गंदे पानी का दोबारा उपयोग नहीं होना भी रहा है। इसके अलावा और भी कारण थे, जिन्होंने एक बार फिर रतलाम के दावों की पोल खोल दी और खर्च भी व्यर्थ चला गया।
एक मई से चलेगी ट्रेन, इन स्टेशन पर होगा ठहरावये भी रहा बड़ा कारण कचरा निपटान के इस सर्वे में रतलाम को निर्धारित घरों से कचरा निपटान करना था, लेकिन निगम पूरी कोशिश के बाद भी सभी घरों से ही कचरा निपटान नहीं कर सका। कचरा संग्रहण के लिए निजी हाथों में सौंपी गई व्यवस्था भी कई माह तक संशय में रही, कई बार वाहन चले तो कई बार हड़ताल और निगम अधिकारियों की आपसी मतभेद के चलते वार्डो में कचरा कलेक्शन वाहन पहुंंच नहीं पाए। आखिरकार शहर में नगर निगम को बिगड़ी कचरा संग्रहण की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दोबारा काम संभालना पड़ा।
VIDEO इंदौर से रेलवे कर रहा श्रमिक ट्रेन चलाने की तैयारीयह शहर रेटिंग में हुए शामिल मध्यप्रदेश में पहले नंबर पर इंदौर, दूसरे नंबर पर भोपाल व तीसरे नंबर पर बुरहानपुर है। इसके बाद के क्रम में छिदवाड़ा, कांटाफोड़, कटनी, खरगोन, ऊंकारेश्वर, पीथमपूर, सिंगरोली, उज्जैन, बदनावर, ग्वालियर, हातोद, खंडवा, महेश्वर, सरदारपुर व शाहगंज शामिल है। रतलाम की रेटिंग इन शहरों की अपेक्षा काफी कम रही है, इसमें सुधार भी दर्ज नहीं हुआ।
मध्यप्रदेश के रतलाम में 12 घंटे में 13 मौत, पांच को कोरोना संदिग्ध मानाआवश्यक मापदंड: ज्यादातर में सुधार दर्ज नहीं हुआ घर-घर से कचरा संग्रहण- सुधार हुआ घरों में ही कचरे का पृथकीकरण- सुधार नहीं रहवासी, व्यावसायिक सार्वजनिक स्थानों पर झाडू लगाना- आंशिक सुधार गीला कचरा निपटान- आंशिक सुधार गीला कचरा निपटान क्षमता- आंशिक सूखा कचरा निपटान- आशिंक सुधार सूखा कचरा निपटान क्षमता- आंशिक शिकायतों का निपटान- औसत से कम प्लास्टिक प्रतिबंध- औसत रहे मलबा संग्रहण- औसत रहे नालों की सफाई- सुधार नहीं