- 1630 फर्जी अकाउंट खुलवाकर करोड़ों की ठगी करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार- रतलाम का रहने वाला मास्टरमाइंड मृगांक मिश्रा मुंबई एसरपोर्ट से गिरफ्तार- लुक आउट नोटिस जारी होने के बाद पांच महीने से पुलिस कर रही थी तलाश- दुबई में छिपा बैठा था आरोपी, वहीं से ऑनलाइन सट्टा चलाने का भी आरोप
सरकारी योजना का लालच देकर फर्जी अकांउट खुलवाकर करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में गिरोह के रतलाम शहर के मुख्य आरोपी मृगांक मिश्रा को पांच महीने बाद प्रतापगढ़ पुलिस ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। याद हो कि पुलिस ने आरोपी मृगांक मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए लुकआउट का नोटिस जारी किया था।
मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि प्रतापगढ़ के कुछ लोगों ने मई के महीने में कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि सरकारी योजना के तहत रुपयों का लालच देकर उनके नाम से बैंक में खाते खुलवाए गए। पीड़ितों के अनुसार, इन खातों में सरकारी योजना के तहत रुपए डलवाने की बात कही गई थी। उनके नाम से सिम कार्ड भी जारी करवाए गए। जिसके बाद बैंक की ओर से जानकारी दी कि उनके खातों में ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहा है। जिसके बारे में परिवादी को कुछ पता नहीं था। इसपर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर विशेष टीम गठित कर जांच शुरु की गई।
साइबर टीम ने खाते सीज किए
मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर पुलिस ने तत्काल खातों को संदिग्ध मानते हुए डेबिट सीज किया। इन खातों से जुड़े सभी खाते जिनमें संदिग्ध राशि को ट्रांसफर किया गया था। ऐसे 90 से ज्यादा खातों का अबतक पता लगाया जा चुका है, जिनमें इन खातों से राशि ट्रांसफर हुई है। जब इन खातों की जांच की गई तो पुलिस को पता चला कि ये रकम आईपीएल सट्टे और अन्य संदिग्ध कार्यों से जमा हुई है। इन सभी खातों को डेबिट फ्रिज करके अबतक 3 करोड़ 88 लाख 29 हजार 178 रुपए की संदिग्ध रकम होल्ड की है।
इसी कड़ी में पुलिस ने फर्जी खाते खुलवाने वाले 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 20 से ज्यादा डेबिट, क्रेडिट कार्ड जब्त किए गए। प्रकरण में मुख्य सरगना मृगांक मिश्रा पुत्र अनिल कुमार मिश्रा निवासी पिवम अपार्टमेंट मित्र निवास कॉलोनी रतलाम, हाल मुंबई फ्लैट नम्बर 703 आक्टा केस्ट बिल्डिंग लोखंडवाला कांदीवली ईस्ट मुंबई की तलाश की गई। इस दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी दुबई में रह रहा है और वहीं से अवैध गतिविधियां संचालित कर रहा था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया था।
इस तरह धराया मुख्य आरोपी
इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी मृगांक मिश्रा 14 अक्टूबर को भारत आएगा। जो मुंबई एयरपोर्ट पर उतरेगा। ऐसे में पुलिस टीम ने पहले से ही आरोपी को दबोचने के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर जाल बिछा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी जैसे ही मंबई के छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट पहुंचा पुलिस ने डिटेन कर न्यायालय में पेश किया। यहां से कोर्ट ने 21 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर लिया था।
ये आरोपी भी हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें संजय निवासी रठांजना, शुभम निवासी भाटपुरा, रुद्राक्ष त्रिवेदी बाहुबली कॉलोनी प्रतापगढ़, अमन सोनी निवासी रतलाम को गिरफ्तार किया है।
68 खातों से दो हजार करोड़ का लेन-देन
पुलिस ने प्रकरण में पहले गिरफ्तार किए चार आरोपियों से पूछताछ के बाद उनके द्वारा बताए गए पास 68 खातों को फ्रीज करवाया था। पुलिस तफ्तीश में इन खातों से करीब 2 हजार करोड़ रुपए का लेन-देन होना सामने आया है।
दुबई से ऑनलाइन सट्टेबाजी का आरोप
मामले के लेकर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामले की जांच में सामने आया कि रतलाम का रहने वाला मुख्य आरोपी मृगांक मिश्रा मौजूदा समय में दुबई में छिपा बैठा था। जो महादेव ऑनलाईन ग्रुप का संचालक है। वो दुबई से ही ये भारत में अपने साथियों के साथ ऑनलाईन सट्टेबाजी का कार्य करता है। उसे भारत लाने के लिए लुक आउट नोटिस जारी करवाया गया। प्रकरण की सूचना प्रवर्तन निदेशालय को भी दी गई थी।